उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद मे चल रहे महाकुंभ मेले में जंगलों में उगने वाले कंदमूल को रामफल के नाम से बेचा जा रहा है।
रामफल महाकुंभ में आए लोगों के बीच चर्चा का विषय बना है। यहां गंगा में डुबकी लगाने के साथ लोग इस फल को खाना नहीं भूलते। मान्यता के अनुसार यह आम फल नहीं बल्कि भगवान राम का फल है। जिसे वनवास के दौरान राम ने सीता और लक्ष्मण के साथ वन में रहने के दौरान खाया था।
देखने में किसी जड़ की तरह लगने वाला यह फल बेहद ही खास है। यह फल आमतौर पर सिर्फ अर्धकुंभ और कुंभ मेले में बिकने के लिए आता है। इस फल को वैसे तो कंदमूल कहते हैं, लेकिन इसे बेचने वाले इसे रामफल बताकर बाजार में बेचने लगे हैं।
हल्का मीठा और बाहर नारंगी और अन्दर से हल्के भूरे रंग का यह फल स्वाद में लजीज है। कहते हैं कि इस फल को खाने के बाद इंसान का मन तो शुद्ध होता ही है। साथ ही यह कंदमूल कई रोगों को दूर भी रखता है। इसे बेचने वाले और खाने वाले लोगों का मानना है कि इस फल को खाने से भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त होता है। (भाषा)