Maha Kumbh 2025 : प्रयागराज (Prayagraj), जिसे कुम्भ नगरी के नाम से भी जाना जाता है, हर 12 साल में आयोजित होने वाले महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजन के दौरान प्रयागराज में स्थित विभिन्न मंदिरों और धार्मिक स्थलों का दर्शन श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। उन स्थानों में से एक है पड़िला महादेव मंदिर (Padila Mahadev Temple), जो न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि पवित्र तीर्थयात्रा की दृष्टि से भी अत्यधिक प्रसिद्ध है।
पंचकोसी परिक्रमा का अहम हिस्सा : प्रयागराज की पंचकोसी परिक्रमा, जो लगभग 20 किलोमीटर का दायरा है, एक बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा है। इसमें श्रद्धालु 5 प्रमुख स्थानों का दौरा करते हैं, जो विशेष रूप से धार्मिक दृष्टि से पवित्र माने जाते हैं। इस यात्रा में पड़िला महादेव मंदिर भी शामिल है।
लाखों श्रद्धालु जुटते हैं : महाकुंभ के दौरान विशेष रूप से इस मंदिर में पूजा विधियां और आयोजनों का आयोजन होता है, जहां लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। इन विशेष आयोजनों में मंत्रोच्चारण, भजन-कीर्तन और संकीर्तन जैसे धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। भक्तों का मानना है कि इस पूजा से उनकी सभी परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में सुख-शांति का वास होता है।