दशनामी साधु संघ या संन्यासी अखाड़ों दीक्षा ग्रहण करने के बाद व्यक्ति को कुछ प्रतिज्ञाएं करनी पड़ती है। आओ जानते हैं कि वह कौन सी सामान्य प्रतिज्ञाएं हैं।
1.वह दिन में एक बार से अधिक भोजन नहीं करेगा। 2.सात घरों से अधिक घरों से मधुकरी नहीं मांगेगा। 3.वह किसी के विपरीत दुर्वचनों का प्रयोग नहीं करेगा। 4.वह शस्त्र और शास्त्र अध्ययन में रुचि रखेगा। 5.वह ध्यान और साधना को प्राथमिकता देगा। 6.भूमि के अतिरिक्त किसी अन्य स्थान में शयन नहीं करेगा। 7.वह किसी के सामने न नतमस्तक होगा, न ही किसी की प्रशंसा-समर्थन करेगा। 8.अपने से श्रेष्ठ श्रेणी के संन्यासी को छोड़कर अन्य किसी का अभिवादन नहीं करेगा। 9.गेरुआ वस्त्र के अतिरिक्त अन्य किसी भी वस्त्र से अपने को आच्छादित नहीं करेगा। 10.वह हमेशा संयम, अनुशासन से रहकर आश्रम, अखाड़े या संप्रदाय के नियमों का पालन करेगा। 11.वह सदा धर्म का प्रचार कर उसकी तारीफ करेगा बहस या शास्त्रार्थ नहीं।
इस तरह दशनामी संप्रदाय की और भी कई प्रतिज्ञाएं रहती है।