मुख्य शाही स्नान को लेकर बैठक

SUNDAY MAGAZINE
हरिद्वार महाकुंभ के मुख्य शाही स्नान को लेकर मेला प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों ने अखाड़ा परिषद एवं संतों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर नौ अप्रैल से अखाड़ों से भण्डारों एवं जलसों का आयोजन भीड़ की दृष्टि से न करने का आह्‍वान किया। शहर में 9 अप्रैल से स्नान के लिए ट्रैफिक व्यवस्था को भी पूरी तरह बदल दिया जाएगा।

श्रद्घालुओं को गंगा स्नान के लिए घाटों तक पहुँचाने के लिए एकल मार्ग निर्धारित कर दिए गए हैं। प्रशासन द्वारा शुरू की गई इस कवायद के पीछे अत्यधिक भीड़ के हरिद्वार पहुँचने को दृष्टिगत रखते हुए किया जा रहा है। शहर के भीतर एवं हाई-वे पर भीड़ से जाम न लगे इसके लिए भी इंतजाम करने की बात कही गई है। शहर के सभी होटल धर्मशालाएँ व लॉज पूरी तरह बुक हो चुके हैं।

कुंभनगरी के ऋषिकेश में पुरुषोत्तम मास के पावन पर्व पर विश्व कल्याण के लिए 15 अप्रैल से जप महायज्ञ का आयोजन होना है। पंडित बद्रीनारायण मिश्र के अनुसार एक माह तक चलने वाला यह यज्ञ 15 मई को सम्पन्न होगा। कुंभ का मुख्य शाही स्नान नजदीक है, लेकिन संतों एवं श्रद्घालुओं के लिए सस्ता राशन उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन की व्यवस्था असफल साबित हुई है। आज इस पर आक्रोश प्रकट करने के लिए दुकानदारों एवं संतों ने मिलकर एक प्रदर्शन कर इसका विरोध किया। दुकानदारों का आरोप था कि खाद्यान्न सामग्री के लिए 10 मार्च से ही बैंक में पैसा जमा किया है, लेकिन अब तक इसको दुकानदारों को उपलब्ध कराया ही नहीं जा सका। कुछ चुनिंदा दुकानों पर विभाग मेहरबान है शेष की वह उपेक्षा कर रहा है।

बनारस से आए बाबा सीताराम ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि डेढ़ माह से वे इस राशन के लिए डीएसओ कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें विभाग ने परमिट जारी किया लेकिन इसका पैसा जमा कराने के बावजूद राशन आज तक नहीं मिला। मुख्य शाही स्नान को लेकर स्नानक्रम भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मेला प्रशासन की बैठक में तय कर दिया गया।

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