9. माना जाता है कि ऋषि दधीचि ने दक्षिण भारत में प्रसिद्ध भजन 'नारायण कवचम' की रचना की थी, जिसे शक्ति और शांति के लिए गाया जाता था। ऋषि दधीचि का यह बलिदान इस बात का प्रतीक है कि बुराई से रक्षा करने में यदि कोई त्याग करना पड़े तो, कभी पीछे नहीं हटना चाहिए।