बच्चों ने अत्रेजी से मूर्ति निर्माण की बारीकियों को सीखकर 100 से भी अधिक पर्यावरण हितैषी गणेशजी की मूर्तियां बनाईं। इन मूर्तियों की विशेषता यह रही की यहां पर सिर्फ बैगा भारिया सहरिया जनजाति के विद्यार्थियों द्वारा मूर्ति निर्माण से उनमें विशेष संस्कृति की छाप स्पष्ट दिखाई दे रही है।