अग्निकांड की सूचना मिलते ही कलेक्टर आशीष सिंह और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य की कमान संभाली। सिंह ने संवाददाताओं को बताया,इमारत की दूसरी मंजिल पर शायद शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। इसका धुआं ऊपरी मंजिलों तक भी पहुंचा और कम से कम 15 लोग अलग-अलग मंजिलों पर फंस गए। हमने इन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
उन्होंने बताया कि अग्निकांड के दौरान बचाए गए कुछ लोगों को नजदीकी अस्पताल भेजा गया ताकि प्राथमिक जांच के जरिये पता लगाया जा सके कि धुएं के कारण उन पर कोई विपरीत प्रभाव तो नहीं पड़ा है। कलेक्टर ने कहा,"इनमें से किसी भी व्यक्ति की हालत गंभीर नहीं है। कुछ लोगों को धुएं के कारण थोड़ी समस्या थी, लेकिन तत्काल अस्पताल भेजे जाने के बाद ये लोग स्वस्थ हैं।"
उन्होंने बताया कि इमारत में लगी आग पर काबू पा लिया गया है और बचाव कार्य पूरा हो गया है। सिंह ने यह भी बताया कि इमारत में आग बुझाने का "हाइड्रेंट" (आग लगने पर अग्निशमन कर्मियों को तुरंत पानी उपलब्ध कराने वाला यंत्र) लगा था, लेकिन अग्निकांड के दौरान मची अफरा-तफरी के कारण कोई भी व्यक्ति इसका उपयोग नहीं कर सका। भाषा