उन्होंने कहा कि खजराना में एक दरगाह के पास स्थित क्षेत्र को खजराना के मौजूदा नाम से ही पहचाना जाना चाहिए। शहर के इस हिस्से के नाम से लोगों को कोई दिक्कत नहीं है। लालवानी ने कहा कि हम राज्य सरकार तक क्षेत्रीय लोगों की भावनाएं पहुंचाएंगे ताकि खजराना के एक हिस्से का नाम भगवान गणेश के नाम पर रखा जा सके।
उधर, सूबे के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा सांसद के बयान पर गहरी आपत्ति जताई है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा, ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के हालिया चुनावों की तर्ज पर इंदौर नगर निगम के आगामी चुनावों में भी एक पुराने इलाके के नए नामकरण के मुद्दे की आड़ में सांप्रदायिक आधार पर वोटों के ध्रुवीकरण का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा अपने चुनावी लाभ के लिए दो समुदायों में फूट डालने की जहरीली कोशिश कर रही है। भाजपा सांसद जिस गणेश मंदिर के आधार पर शहर के एक हिस्से का नाम बदलने की बात कर रहे हैं, वह देश-दुनिया में खजराना गणेश मंदिर के नाम से ही विख्यात है। शुक्ला ने पूछा कि लालवानी स्पष्ट करें कि क्या वे खजराना गणेश मंदिर का नाम भी बदलवाना चाहते हैं?
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीएचएमसी चुनावों के दौरान हैदराबाद का नाम बदलकर 'भाग्य नगर' किए जाने की बहस खड़ी की थी। उन्होंने तेलंगाना के मतदाताओं को याद दिलाया था कि उत्तरप्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद नए नामकरण के तहत इलाहाबाद को प्रयागराज और फैजाबाद को अयोध्या कर दिया गया है। (भाषा)