इंदौर आए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के एक बयान के बाद एक बार फिर से इंदौर और पूरे मध्यप्रदेश की राजनीति गरमा गई है। उन्होंने इंदौर प्रवास के दौरान एक बयान में कहा कि भारत के विभाजन के पीछे जिन्ना और सावरकर थे।
उन्होंने कहा कि 1947 में भारत का विभाजन हुआ था और अब भाजपा अब मोहल्लों को बांट रही है। दिग्विजय सिंह के इस बयान पर बवाल मचना शुरू हो गया है।
हिन्दू परिवारों के पलायन पर दिया बयान : दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण की आड़ में नागरिकता के प्रमाण एकत्र किए जा रहे हैं। दोहरी इंजन वाली सरकारों में बीएलओ भाजपा कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रहे हैं। उन्हें यह काम नहीं करना चाहिए। दरअसल, यह बयान उन्होंने सागर शहर के मुस्लिमबाहुल्य क्षेत्र से हिन्दू परिवारों के पलायन से जुड़े सवाल पर दिया था। सिंह ने यह भी कहा कि देश में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण की आड़ में नागरिकता के प्रमाण एकत्र किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कहा कि बूथ-स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) उन लोगों के नाम मतदाता सूची से क्यों हटा रहे हैं, जो पहले ही तीन या चार बार मतदान कर चुके हैं, जबकि कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है। दोहरी इंजन वाली सरकारों में बीएलओ भाजपा कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रहे हैं। उन्हें यह काम नहीं करना चाहिए।
बीजेपी के रन फॉर यूनिटी पर क्या बोले : भाजपा के आयोजन रन फॉर यूनिटी पर उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में भाजपा आयोजित 'रन फॉर यूनिटी' करा रही है। हम इस आयोजन का स्वागत करते हैं, लेकिन यह मत भूलिए कि 31 अक्टूबर शहादत दिवस भी है। वर्ष 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों ने हत्या कर दी थी। सिंह ने इंदौर में कांग्रेस नेता व कार्यकर्तागणों से मुलाकात भी की। वे गुरुवार रात इंदौर आए थे। शुक्रवार को खंडवा व खरगोन के दौरे पर गए। शाम को फिर वे इंदौर आएंगे। बता दें कि दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा रही है।
Edited By: Navin Rangiyal