इंदौर (मध्यप्रदेश)। इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) में एक मरीज के तीमारदार ने नशे में धुत होकर शनिवार और रविवार की दरमियानी रात 25 वर्षीय महिला जूनियर डॉक्टर के कमरे में कथित तौर पर घुसने की कोशिश की और उसके साथ अभद्र व्यवहार भी किया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
इस घटना को लेकर आक्रोशित 'जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन' (जेडीए) द्वारा एमवायएच की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए जाने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने जांच का आदेश दिया है। जेडीए ने मांग की कि कोलकाता के एक अस्पताल में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक से कथित दुष्कर्म और उसकी हत्या की वारदात से सबक लेकर एमवायएच में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।
मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में गिना जाने वाला एमवायएच, शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से जुड़ा है। महाविद्यालय के अधिष्ठाता (डीन) डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि एमवायएच की महिला जूनियर डॉक्टर के साथ हुई कथित घटना की जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति बनाई गई है।
उन्होंने कहा कि समिति ने जांच शुरू कर दी है और वह उन्हें जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। दीक्षित ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कदम उठाए जाएंगे। इस बीच जेडीए की ओर से कथित वीडियो जारी किया गया जिसमें एमवायएच में एक निजी सुरक्षा एजेंसी का गार्ड कुर्सी पर बैठकर सोता नजर आ रहा है।
जेडीए की इंदौर इकाई के उपाध्यक्ष डॉ. आकाश वर्मा ने दावा किया कि यह वीडियो शनिवार और रविवार की दरमियानी रात का है, जब एमवायएच की 5वीं मंजिल पर एक मरीज के तीमारदार ने नशे में धुत होकर महिला जूनियर डॉक्टर से कथित बदसलूकी की थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस व्यक्ति ने महिला जूनियर डॉक्टर के कमरे में घुसने की कोशिश के साथ ही उसके लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया जिससे वह बुरी तरह घबरा गई। जेडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि हमारी मांग है कि महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा इस व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाए।
वर्मा ने यह भी कहा कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक से कथित दुष्कर्म और उसके बाद हत्या की वारदात से सबक लेकर इंदौर के एमवायएच में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए जाएं।(भाषा)