जानिए आचार्य चाणक्य नीति के अनमोल वाक्य

FILE


* जो मनुष्य जाड़े-गर्मी की चिंता नहीं करता, सदा मैत्रीभाव से रहता है वही जीवन में महान सफलता प्राप्त करता है।


FILE


* बहुत थक जाने पर भी बोझ ढोना, गर्मी का खयाल न करना, संतोषी भाव से विचरना- हमें यह गुण गधे से सीखना चाहिए। इन गुणों को ग्रहण करने वाला मनुष्य हमेशा सब कार्यों में सफलता प्राप्त करेगा।



FILE



* बहुत भूखे रहते हुए भी थोड़े में ही संतुष्ट रहना, गहरी निद्रा में रहने के बावजूद झटपट जागना, स्वामिभक्ति और बहादुरी का यह गुण हमें कुत्ते से सीखना चाहिए।



FILE


* ठीक समय पर जागना, लड़ना, बंधुओं को भगा देना, झपटकर भोजन करना- यह चार गुण हमें मुर्गे से सीखना चाहिए।




FILE


* हमें बगुले से इन्द्रियों का संयम करना, देश काल और शक्ति के अनुसार कार्य करने का गुण सीखना चाहिए।

वेबदुनिया पर पढ़ें