आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि विश्व का सबसे विशाल महासागर प्रशांत महासागर है जिसका क्षेत्रफल लगभग 165241241 वर्ग किलोमीटर है। वर्ग मील में इसका क्षेत्रफल लगभग 63800000 वर्ग मील है अर्थात अटलांटिक महासागर के दोगुने से भी अधिक है। इसमें विश्व के सभी महासागरों का 45.8 प्रतिशत जल मौजूद है। यह पूर्व से पश्चिम में लगभग 19800 किलोमीटर की चौड़ाई और उत्तर से दक्षिण में लगभग 15500 किलोमीटर की लंबाई में फैला हुआ है।
क्या आप जानते हैं कि प्रशांत महासागर विश्व का सबसे गहरा सागर भी है? इसकी औसत गहराई 3939 मीटर है अर्थात लगभग 14,000 फुट तथा अधिकतम गहराई लगभग 36,201 फुट है। सचमुच यह गहराई कई डायनासोर के डूबने के लिए काफी है। इस महासागर की सतह, मुख्य रूप से पश्चिम में, कई बड़ी-बड़ी लंबी खाइयों से भरी पड़ी है, जिसमें मरियाना ट्रेंच प्रमुख है। यह दुनिया का सबसे गहरा महासागरीय गर्त है, जिसकी गहराई 10,994 मीटर यानी लगभग 36069 फुट है। प्रशांत महासागर का उत्तरी भाग सबसे गहरा है। इसकी अधिकतम गहराई अब तक 11,022 मीटर नापी गई है।
प्रशांत महासागर के भीतर जल जंतुओं की एक रहस्यमयी दुनिया है। यह विश्व के सबसे बड़े जीव ब्लू व्हेल का घर है। सभी समुद्रों की मछलियों में से लगभग 70 प्रतिशत मछलियां इसी में पाई जाती हैं। इसमें पेंगुइन की सभी प्रजातियां भी पाई जाती हैं। दुनिया का सबसे बड़ा ऑक्टोपस भी इसी समुद्र में पाया जाता है। हालांकि आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि सफेद डॉल्फिन सिर्फ प्रशांत महासागर में ही पाई जाती है।
आपको हम यह भी बताते चलें कि प्रशांत महासागर एशिया और ऑस्ट्रेलिया को अमेरिका से अलग करता है। प्रशांत महासागर के पश्चिम किनारे पर जापान, फिलीपींस, हिनेशिया जैसे कई द्वीप हैं। इस समुद्र के अंदर अब तक 25 हजार द्वीप खोजे गए हैं। इसकी सीमा पर अमेरिका, कनाडा, जापान, ऑस्ट्रेलिया और चीन सहित लगभग 55 देश मौजूद हैं।