मानव से भी ज्यादा इंटेलिजेंट हैं ये जीव, कई भाषाएं एक साथ सीखने में सक्षम
शनिवार, 13 मार्च 2021 (14:18 IST)
मनुष्य के बाद इस धरती पर कौन-सा प्राणी सबसे ज्यादा बुद्धिमान है? या कहें कि मनुष्य से भी ज्यादा बुद्धिमान कौन-सा प्राणी है। आपके दिमाग में भी कुछेक प्राणियों के नाम होंगे। लेकिन हम जब आपको बताएंगे तो आपका भी दिमाग चकरा जाएगा और आप सोचेंगे कि क्या ऐसे प्राणी भी बुद्धिमान हो सकते हैं?
दुनिया में सबसे बुद्धिमान प्राणी मनुष्य इसलिए है, क्योंकि उसकी शारीरिक संरचना उसे प्रकृति के बहुत सारे बंधनों से मुक्त करती है और विकास क्रम में उसका मस्तिष्क विकसित हो चला है। परंतु बुद्धि का संबंध तो मस्तिष्क से ही होता है अत: ऐसे भी कई प्राणी हैं, जो मनुष्य से ज्यादा बुद्धिमान हो सकते हैं। आओ जानते हैं ऐसे कौन-से प्राणी हैं?
तो चलिए जानते हैं कि धरती पर चलने, जल में तैरने और आकाश में उड़ने वाले प्राणियों में दिमागदार प्राणी कौन-कौन से हैं?
दुनिया में ऐसा कौन-सा प्राणी है, जो मनुष्य से भी कहीं ज्यादा बुद्धिमान है? इसे जानने से पहले जान लेते हैं कि इस धरती पर और कौन-कौन से प्राणी सबसे ज्यादा बुद्धिमान हैं? आकाश में उड़ने वाले कई पक्षी आपने देखे होंगे। उन्हें देखकर आप सोचते होंगे कि कौआ सबसे बुद्धिमान प्राणी है, क्योंकि वह एक बार यदि किसी का चेहरा देख लेता है तो आसानी से भूलता नहीं है। जब कौआ मर जाता है तो शोक मनाने के लिए अन्य कौए एकत्रित होते हैं। हालांकि कुछ लोग यह भी कहते हैं कि बाज और कबूतर सबसे बुद्धिमान है, क्योंकि वह प्राचीनकाल में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पत्रों का आदान-प्रदान करते थे। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कौए की ही बुद्धि की टक्कर का एक और पक्षी है जिसे कीआ नेस्टर नोटाबीलिस कहते हैं, जो कि बड़े तोते की ही एक प्रजाति है, जो न्यूजीलैंड के पहाड़ों में पाई जाती है। अफ्रीकी तोते को भी दुनिया का सबसे बुद्धिमान प्राणी माना जाता है।
अब हम यदि धरती पर चलने वाले प्राणियों की बात करें तो दुनिया का सबसे बुद्धिमान प्राणी चिम्पैंजी को माना जाता है। चिम्पैंजी और मनुष्य के 99 प्रतिशत डीएनए समान होते हैं। केवल चिम्पैंजी ही एक ऐसा पशु है, जो मुस्कुराता है। ये बुद्धिमान और चालाक प्राणी होते हैं। इनसे कही जाने वाली भाषा को ये तुरंत ही समझ लेते हैं और अगर इनसे संकेतों में भी बात की जाए तो ये उस संकेत को अच्छी तरह से पकड़ लेते हैं।
पशुओं में चिम्पैंजी के अलावा हाथी और कुत्ता भी बहुत बुद्धिमान होते हैं। हाथी बुद्धिमत्ता का प्रतीक माना जाता है और अपनी स्मरण शक्ति तथा बुद्धिमानी के लिए यह प्रसिद्ध है। इनकी बुद्धिमानी डॉल्फ़िन तथा वनमानुषों के बराबर मानी जाती है। इसके अलावा यदि कुत्ते को ट्रेनिंग दी जाए तो यह बुद्धिमत्ता में नंबर वन का बन सकता है। इसमें सूंघने और समझने की क्षमता गजब की होती है। यह मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त होता है।
चिम्पैंजी, हाथी और कुत्ते के बाद धरती पर चलने वाले प्राणियों में आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि चींटी को सबसे बुद्धिमान माना जाता है। चींटी का दिमाग सबसे छोटा होता है लेकिन बुद्धिमत्ता सबसे बड़ी है। शोधकर्ता मानते हैं कि इसकी प्लानिंग और हरकतों से समझ में आता है कि यह कितनी बुद्धिमान है। यह भूमि के भीतर नगर का निर्माण कर लेती है और फिर वहां पर पूरी बारिश में मजे से रहती है। इसे भूकंप और कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं का पहले से ही अनुमान लग जाता है।
अब यदि हम जल में रहने वाले प्राणियों की बात करें तो बुद्धिमत्ता के मामले में डॉल्फिन का कोई तोड़ नहीं। एक शोध से यह पता चला है कि धरती पर दो सबसे बुद्धिमान प्रजातियां हैं- इंसान और डॉल्फिन। डॉल्फिन भी इंसानों की तरह सोचती और समझती है। बस, वह बोल नहीं सकती। लेकिन शोध कहते हैं कि डॉल्फिन तो इंसानों से भी कहीं ज्यादा बुद्धिमान और संवेदनशील है। वह किसी महिला के गर्भस्थ शिशु की धड़कनों की आवाज तक सुन लेती है। डॉल्फिनों में दिमाग और शरीर का अनुपात इंसानों जैसा होता है। ये आसानी से दूसरी भाषा पहचान लेती हैं और साथ मिलकर समस्या को हल करती हैं। यह एक साथ कई भाषाएं सीखने में सक्षम है। यही नहीं, शीशे में खुद को देखकर ये पहचान भी सकती हैं। डॉल्फिन आपस में संवाद करती हैं। डॉल्फिन स्वतंत्रता चाहती है लेकिन इंसानों के बढ़ते दखल के कारण आजकल उसके व्यवहार पर भरोसा नहीं कर सकते, क्योंकि इंसानों ने उसका भरोसा तोड़ा है।
तैरने वाले प्राणियों में दूसरे नंबर पर है पेंगुइन। यह एक उभयचर प्राणी है अर्थात जो जल में रहने के साथ ही धरती पर भी रहने में सक्षम है। यह बहुत बुद्धिमान है, जो कि खुद को शीशे में पहचान सकता है। लेकिन ये कभी भी अपनी बुद्धि का प्रदर्शन नहीं करते। यदि आप इन्हें पुकारेंगे तो यह आपकी आवाज सुनकर दौड़े चले आएंगे।