राष्ट्रपति के वफादार सैनिकों की ओर से तख्तापलट के विरोध की आशंका के चलते माली में सरकारी टेलीविजन का प्रसारण रोक दिया गया है। प्रसारकों ने देखा कि सैनिक भारी अवरोधक खड़े कर रहे हैं।
गौरतलब है कि विद्रोही सैनिकों ने बुधवार को सरकारी टेलीविजन पर कब्जा करके ही तख्तापलट की घोषणा की थी। माली को क्षेत्र में एकमात्र लोकतांत्रिक शासन वाला देश माना जाता था। तख्तापलट से देश को बड़ा धक्का लगा है।
विद्रोहियों का किदाल पर कब्जा : तुआरेग विद्रोहियों ने राजधानी बामाको के 1000 मील पश्चिमोत्तर में एक प्रमुख कस्बे किदाल को कब्जे में लेने की घोषणा करते हुए कहा कि गाओ और प्रसिद्ध प्राचीन शहर टिंबुकटू भी उनके कब्जे में आने वाले हैं।
तुआरेग विद्रोहियों के सेकेंड इन कमान कर्नल दिलाल अग अलशेरिफ ने बताया कि तुआरेग विद्रोही किदाल शहर की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि कई सरकारी सैनिक सेना छोड़ चुके हैं।
अलशेरिफ ने बताया कि वह किदाल के काफी करीब हैं। उनके लड़ाकों ने किदाल के दक्षिण में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण एक प्रमुख चौकी अनेफिस की छावनी पर कब्जा कर लिया है। (भाषा)