एक स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार इस तटीय शहर में लोगों को सहायता पहुंचाने लिए अधिकारियों को संघर्ष करना पड़ रहा है। इससे पहले एम्बुलेंस और इमरजेंसी केंद्र के प्रवक्ता ओसामा अली ने बताया कि डेरना शहर में कम से कम 5,100 लोगों की मौत हुई है, इसके अलावा पूर्वी लीबिया के अन्य शहरों में करीब 100 लोगों की मौत हुई है। डेरना में 7 हजार लोगों से अधिक घायल हैं और कम से कम 10 हजार लोग लापता हैं।
डेरना के महापौर ने बाढ़ की वजह से 20 हजार से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका जताई है।
जयशंकर ने दुख प्रकट किया : नई दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को लीबिया के प्रति एकजुटता व्यक्त की। लीबिया में भारी बाढ़ के कारण हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा कि लीबिया में भारी बाढ़ के कारण हुई लोगों की मौत से बेहद दुखी हूं।
हमारी सहानुभूति पीड़ित परिवारों और आपदा से प्रभावित सभी लोगों के साथ है। इस कठिन समय में लीबिया के लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करें। भूमध्यसागरीय तूफान 'डेनियल' के कारण पूर्वी लीबिया के कई शहर विनाशकारी बाढ़ की चपेट में हैं, यहां अब तक 5,100 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
वर्षों की अराजकता और विभाजन से तबाह लीबिया में बाढ़ देश के आधुनिक इतिहास की सबसे घातक पर्यावरणीय आपदा है। वर्षों के युद्ध और केंद्रीय सरकार की कमी के कारण इसका बुनियादी ढांचा चरमरा गया है। 2011 में नाटो समर्थित अरब स्प्रिंग विद्रोह द्वारा निरंकुश शासक मोअम्मर गद्दाफी को अपदस्थ करने के बाद से उत्तरी अफ्रीकी देश प्रतिद्वंद्वी प्रशासनों के बीच विभाजित हो गया और मिलिशिया संघर्ष से घिरा हुआ है।(एजेंसियां)(सांकेतिक चित्र)