असम में बाढ़ की स्थिति हुई गंभीर, 1.90 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित, मृतक संख्या हुई 15
मंगलवार, 29 अगस्त 2023 (00:19 IST)
Flood in Assam : असम में बाढ़ की स्थिति सोमवार को गंभीर हो गई क्योंकि इससे 1.90 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं और एक व्यक्ति की मौत हो गई है। ऊंचे इलाकों में लगातार बारिश के कारण अधिकांश नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इस साल बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है।
यह जानकारी एक आधिकारिक बुलेटिन से मिली। बुलेटिन में कहा गया है कि ऊंचे इलाकों में लगातार बारिश के कारण अधिकांश नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जलस्तर बढ़ने के कारण ब्रह्मपुत्र नदी पर गुवाहाटी और जोरहाट के निमतीघाट में नौका सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि शिवसागर जिले के डेमो में एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना मिली है, जिससे इस साल की बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है।
इसमें कहा गया है कि वर्तमान में 17 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, जिससे 1,90,675 लोग प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित लखीमपुर जिला है जहां 47,338 लोग प्रभावित हुए हैं, इसके बाद धेमाजी है जहां 40,997 लोग प्रभावित हुए हैं। कुल मिलाकर 427 लोग दो राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं, जबकि 45 राहत वितरण केंद्र कार्यरत हैं।
एएसडीएमए ने कहा कि स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ विभिन्न प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान चला रहे हैं। डिब्रूगढ़, धुबरी, तेजपुर और जोरहाट में निमतीघाट में ब्रह्मपुत्र खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। एएसडीएमए बुलेटिन में कहा गया है कि बेकी, जिया-भराली, दिसांग, दिखौ और सुबनसिरी नदियां भी लाल निशान को पार कर गई हैं।
अंतर्देशीय जल परिवहन विभाग ने कहा कि ब्रह्मपुत्र के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए गुवाहाटी में नौका सेवाएं मंगलवार से निलंबित रहेंगी। इसमें यह भी कहा गया है कि ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार बारिश के कारण निचले इलाकों में नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण निमतीघाट और माजुली के बीच नौका सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।
एएसडीएमए ने कहा कि 8,086.40 हेक्टेयर फसल भूमि वर्तमान में बाढ़ के पानी में डूब गई है और 1,30,514 जानवर प्रभावित हुए हैं, जिनमें 81,340 बड़े जानवर और 11,886 कुक्कुट शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि बाढ़ के पानी से तटबंध टूटने की सूचना उदलगुड़ी के दो इलाकों से और बिस्वनाथ एवं दरांग के एक-एक इलाके से मिली है।
इसमें कहा गया है कि बाढ़ से सड़कें, पुल, बिजली के खंभे और स्कूल सहित अन्य संरचनाएं भी क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। एएसडीएमए बुलेटिन में कहा गया है कि बारपेटा, बिस्वनाथ, धुबरी, लखीमपुर, मोरीगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर, तिनसुकिया और उदलगुरी से कटाव की सूचना मिली है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)