जकार्ता। इंडोनेशिया का सुमात्रा द्वीप शुक्रवार को भूकंप के तेज झटकों से दहल उठा। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण विभाग के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.2 आंकी गई और इसके झटके पड़ोसी मलेशिया और सिंगापुर में भी महसूस किए गए।
वहीं इंडोनेशियाई अधिकारियों ने बताया कि भूकंप से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई है, जबकि 85 अन्य घायल हुए हैं। विभाग के मुताबिक, भूकंप का केंद्र पश्चिम सुमात्रा प्रांत के पहाड़ी शहर बुकिटिंग्गी से 66 किलोमीटर दूर उत्तर-उत्तर पश्चिम में 12 किलोमीटर की गहराई में था।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने बताया कि पासमान जिले में दो बच्चों सहित कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जबकि पड़ोसी पश्चिम पासमान में तीन लोगों की जान गई। उन्होंने बताया कि ये दोनों जिले भूकंप के केंद्र के पास हैं और भूकंप से वहां दर्जनों घर और इमारतें ढह गईं।
मुहारी के मुताबिक, भूकंप के कारण पासमान और पश्चिम पासमान सहित अन्य प्रभावित जिलों में पांच हजार से अधिक लोगों को अपना घर छोड़कर अस्थाई शिविरों में जाना पड़ा है। उन्होंने कहा, हम अभी भी पीड़ितों के लिए खोजी एवं बचाव अभियान चलाने पर ध्यान दे रहे हैं।
मुहारी ने बताया कि अधिकारी प्रभावित इलाकों में नुकसान का आकलन करने में जुटे हैं। इंडोनेशिया के मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकीय एजेंसी की प्रमुख द्विकोरिता कर्णावती ने सुनामी के खतरे से इनकार किया, लेकिन इसके बाद कुछ संभावित झटके महसूस होने की चेतावनी दी।
टीवी पर प्रसारित रिपोर्ट में देखा गया कि पश्चिम सुमात्रा प्रांत की राजधानी पडांग में भीषण भूकंप से घबराए लोग सड़कों पर उतर आए और पश्चिमी पासमान के एक अस्पताल में मरीजों को इमारत से बाहर निकाला गया। अन्य फुटेज में भूकंप के कारण हुए भूस्खलन से कीचड़ से भरी नदियां और एक मस्जिद, एक स्कूल और कई घरों का मलबा नजर आया।
मुहारी ने मेट्रो टीवी को बताया कि भूकंप में कम से 500 घरों और इमारतों को नुकसान पहुंचने की खबर है, जिनमें से लगभग 100 को गंभीर क्षति हुई है। खबरों के मुताबिक, पड़ोसी देश मलेशिया और सिंगापुर में भी लोगों ने झटके महसूस किए। सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में कुआलालंपुर में ऊंची इमारतों के कुछ सेकंड के लिए हिलने के बाद उसमें रह रहे लोगों को सड़कों पर इकट्ठा होते देखा गया।(भाषा)