बोको हरम : 'राक्षस' को 'सुपरस्टार' बनाने की कोशिश

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एक शाम जब टीवी पर एक बोको हरम वीडियो रिलीज को देखकर मेरी मित्र की आठ वर्षीय बेटी फूट फूटकर रोने लगी। इस आतंकवादी संगठन को इस तरह की स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया कवरेज दी जा रही है जिससे किसी हॉलीवुड मेगास्टार को भी ईर्ष्या होने लगे। फिलहाल जो स्थि‍ति है, उसके चलते तो ग्रुप के नेता अबूबकर शेखो अपना खुद का रियल्टी शो चला सकता है।

मैं एक बम ब्लास्ट की रिपोर्टिंग को समझ सकती हूं। करीब 234 गायब स्कूली लड़कियों के बारे में दुनिया को बताने की स्पष्ट जरूरत है। इसके साथ ही, इन अपहृत लड़कियों को छुड़ाने की विश्वव्यापी कोशिशों की जानकारी देना भी सार्थक है। लेकिन कानून का पालन करने वाले ‍लोगों को शेको की प्रत्येक अहंकारोन्मादी ऑडियो, वीडियो की बकवास नहीं दिखाया जाना चाहिए। एक ओर जहां सारी दुनिया के समाचार संगठन अपहृत स्कूली लड़कियों की देरी से दिखाई गई कवरेज की भरपाई करना चाहते हैं वहीं बोको हरम मीडिया के इस पागलपन को बढ़ा रहा है और उसने एक वीडियो जारी किया है जिसमें शेको ने डींग हांकी है कि वह प्रत्येक लड़की को 12 डॉलर की दर से बेच देगा।

इसके बाद हममें से बहुतों को स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया पर खलनायक ईदी अमीन नुमा भाषणों के कैमरे को घूरते रिप्ले सुनने पड़े हैं। ग्रुप ने अबुजा के एक उपनगर में पार्क बस को बम से उड़ाने के बाद शुरुआती वीडियो जारी किए। यह घटना अपहरण से कुछेक घंटे पहले की है। इनमें शेको अपनी घमंड से भरी बकवास कर रहा है। उसका कहना है, हम तुम्हारे शहर में हैं लेकिन तुम्हें नहीं पता कि हम कहां हैं। राष्ट्रपति जोनाथन तुम हमारे लिए बहुत छोटे हो, हम तो तुम्हारे ग्रेंड मास्टर ओबामा से भी निपट सकते है। वह भी हमारा कुछ नहीं कर सकते। हम उनसे भी बड़े हैं। और इस कारण से इस छोटी सी घटना को सारी दुनिया में एक मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है।

उपहास करने की ये और अन्य बातों को विस्तृत तौर पर अंतरराष्ट्रीय न्यूज संगठनों ने दिखाया... उस समय भी जबकि दुनिया अगवा लड़कियों के बारे में बहुत थोड़ा ध्यान दे रही है। नाइजीरियाई लोगों को पता करना है कि कितनी छात्राओं का अपहरण किया गया है, उनके नाम क्या हैं, वे और उनके परिजन कैसे दिखते हैं? लेकिन मीडिया बोको हरम की गतिविधियों को कवरेज करने में विशेषज्ञता दर्शा रहा है।

ये कामोत्तेजक ठग हैं, जो लड़कियों को उठा रहे हैं... पढ़ें अगले पेज पर...


मुझे लगता है कि ये हरम को बड़ी विशेषज्ञता से दिखा रहा है। मुझे लगता है कि ये कामोत्तेजक ठग अपनी शारीरिक और घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए लड़कियों को इकट्‍ठा कर रहे हैं। इस सारी प्रक्रिया के दौरान उन्हें प्रचार भी मिल रहा है, लड़कियों की शिक्षा के अधिकार पर हमले को ग्लैमराइज किया गया है। इस तरह की भी अत‍िरिक्त रिपोर्ट्‍स हैं कि और लड़कियों को उनके घरों से उठाया गया है, स्कूलों से नहीं। यह अपहरण बोर्नू राज्य के वराबे और वाला गांवों से किए गए हैं हालांकि मीडिया को अंतत: यह स्वीकार करना चाहिए कि वे सामान्य अपराधी हैं। इसके अलावा, इन खबरों पर ध्यान देने वाला कोई भी इस बात को समझ सकता है कि लड़कियों के ये अपहरण काफी समय से चल रहे हैं, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर नहीं जितने कि हाल में किए गए और जिनसे दुनिया चौंक गई है।

नाइजीरिया में दो समाचार पत्रों के कार्यालयों पर बोको हरम की बमबारी को इसी तरह से ग्लैमराइज किया गया है। अप्रैल 2012 की घटना को अखबारी सुर्खियों में 'प्रेस की स्वतंत्रता पर एक हमला' बताया गया लेकिन इसके तुरंत बाद शेको के वीडियो रिलीज में उसके वास्तविक और आदिम कारण बताए गए जिनमें कहा गया कि प्रत्येक बार जब हम कुछ कहते हैं, इसे या तो बदल दिया जाता है या फिर इसे कम बताया जाता है...मैं प्रत्येक नाइजीरियाई को चुनौती देता हूं कि वह उस वीडियो को फिर एक बार देखे। किसी भी जगह हमारे इमाम ने कहा कि या तो वे राष्ट्रपति जोनाथन को कुचल देंगे या फिर नाइजीरिया सरकार को एक चेतावनी जारी की लेकिन सभी अखबारों ने गलत और शरारतपूर्ण सुर्खियां छापीं।'' मैं सोच सकती हूं कि प्रत्येक एके-47 धारी गुंडा प्रत्येक नए हमले के बाद गूगल पर चढ़ दौड़ता है...पागलपन में अपने नेता का नाम टाइप करता है और कुछ प्रसंगोचित की वर्ड्‍स डाल देता है।

गुट के उद्देश्य को लेकर कुछ भी जटिल या कठिन बात नहीं थी। समाचार-पत्रों के कार्यालयों में बम विस्फोट मात्र बदला लेने की नीयत से किया गया काम था। प्रसंगोचित जानकारी देने का कोई बेहतर तरीका होना चाहिए और जन सामान्य को आतंकवादियों के खतरे को सचेत किया जाना चाहिए, लेकिन उन्हें सुपरस्टार राक्षस बनाने की जरूरत नहीं है। शायद बोको हरम मात्र एक लूटमार करने वाले बदमाशों का संगठन है जिसका ऊंचा उद्देश्य यह हो सकता है कि उनके साथ बातचीत की जाए... इस बात पर कभी भी गौर नहीं करें कि वे और अधिक रणनीतिक उद्देश्यों वाले अधिक कुटिल प्रायोजक संगठनों के साथ मिल गए हों।

गुट का दावा है कि 'पश्चिमी शिक्षा पाप है' लेकिन यह अपना यह संदेश रिकॉर्ड करने के लिए हाई टेक वी‍‍‍‍ड‍ियो उपकरणों और नष्ट करने के लिए आधुनिक बारूद का इस्तेमाल करते हैं। इसका कोई स्पष्ट लक्ष्य नहीं होता है वरन वे जाने-अंजाने में हमले करते हैं। और इनका आचरण उतना ही इस्लामी है जितना की उस सड़क छाप धर्मोपदेशक का जिसने एक ईसाई एलिजावेथ स्मार्ट का अपहरण किया और उसके साथ बलात्कार किया।

इस मामले में मीडिया और विशेषज्ञ जानकार वे लोग हैं जो कि बोको हरम को सभी महान उद्देश्यों से लैस बताते हैं भले ही संगठन ने कभी भी वास्तव में इनके बारे में एक बार भी नहीं सोचा होगा। एक लेखक के तौर पर मुझे पता है कि जानकार मेरे लेखन में ऐसी ऐसी बातें खोज निकालते हैं जिसके बारे में मुझे भी ‍बिलकुल ही कोई जानकारी नहीं होती है। मैं इस बात से पूरी तरह परिचित हूं कि कैसे कोई सीधी बात को प्रभावशाली जटिलता से कही जा सकती है। फिलहाल हम बोको हरम और उनके जैसे संगठनों के हाथों से बम और बंदूकों को छीनने में कामयाब नहीं हो सकें लेकिन चूंकि वे इंस्टाग्राम या फेसबुक का पूरी तरह से लाभ उठाने के उत्सुक नहीं हों लेकिन मीडिया को उनके भीतर की मनोविक्षिप्तता की आग में घी डालने का काम नहीं करना चाहिए।

जब तक वे खुद हॉलीवुड ना जाएं और धैर्य के साथ तब तक इंतजार नहीं करें कि क्वेंटिन टरें‍टीनो जैसा कोई निर्देशक उन्हें हीरो बनाने की कोशिश नहीं करें तब तक हमें इन्हें स्टार बनाने में मदद नहीं करना चाहिए। बेहतर होगा कि इन्हें सुपरस्टार राक्षस बनाने की बजाय मीडिया लोगों को आतंकवादियों से सावधान रहने और अन्य संबंधित जानकारी उपलब्ध कराए।

(सीएनएन के लिए विशेष तौर पर लिखे गए अदोबी ट्रिशिया न्वोबानी के लेख पर आधारित। ट्रिशिया नाइजीरिया की अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ‍लेखिका हैं)

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