तब अमेरिका ने छुपाई थी एलियन की जानकारी..

शनिवार, 29 नवंबर 2014 (12:52 IST)
.वर्ष 1947 में जुलाई में न्यू मेक्सिको के रोजवेल में एक यूएफओ एलियन (दूसरे ग्रह का वासी) पकड़ा गया था। तब एक यूएफओ रोजवेल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, उस समय एक एलियन को मृत अवस्था में पकड़ा गया था और तब उसका पोस्टमॉर्टम भी किया गया था। इसकी तस्वीरें भी ली गई थीं और इससे संबंधित जानकारी अमेरिकी सरकार के पास थी, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया था। 
 
वर्ष 1947 में समाचार पत्रों में जो विवरण छपा था उसकी जानकारी सेना के पायलटों ने दी थी। फिल्म उत्पादक कोडक का कहना है कि एलियन के पोस्टमॉर्टम की जानकारी की एक फिल्म बनाई गई थी। कोडक के पास 67 वर्ष पहले की इस घटना के कुछ खास प्रमाण हैं। वर्ष 1995 में फॉक्स टेलीविजन नेटवर्क ने एक स्पेशल फिल्म दिखाई थी जो कि रोजवेल घटना का महत्व दर्शाती थी। इस शो का शीर्षक 'एलियन ऑटोप्सी : फैक्ट ऑर फिक्शन' था जिसमें डॉक्टरों को एक एलियन का शव परीक्षण करते दिखाया गया था।
 
इस फिल्म का फुटेज एक ब्रिटिश कारोबारी रे सैंटिली का था जिन्होंने फॉक्स ब्रॉडकास्ट के एक दशक बाद माना था कि एलियन ऑटोप्सी का फुटेज नकली था। लेकिन उनका कहना था कि यह फिल्म वास्तव में एक वास्तविक‍ फिल्म का रिकंस्ट्रक्शन थी, जिसे उन्होंने 1992 में देखा था और इसे नष्ट नहीं किया गया था। फिलहाल ऐसी कोई नवीनतम फिल्म जारी नहीं की गई है। साथ ही, जो तस्वीरें ली गई हैं वे तस्वीरें भी सैंटिली के उस फुटेज की हैं जिसे अभी भी यूट्‍यूब पर देखा जा रहा है।  
 
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इस मामले में एक यूएफओ के जानकार और शोधकर्ता टॉम कैरी का कहना है कि उनके पास वास्तविक एलियन की ऑटोप्सी की तस्वीरें हैं जिनकी तस्वीरों को सैंटिली ने देखे जाने का दावा किया है। मिरर में कैरी का कहना है कि एलियन का सिर किसी कीड़े जैसा है और इसे काट दिया गया था। इसका आंशिक पोस्टमॉर्टम किया गया था। इसकी आंतों को निकाल दिया गया था। बाद में, इसके शव को बाम लगा कर सुरक्षित रख लिया गया था। 
 
कैरी का कहना है कि उन्होंने अपनी फिल्म को कोडक लैब, रोचेस्टर न्यूयॉर्क में भेजा था और तब टेक्नीशियन्स ने इस बात का पता लगाया था कि फिल्म का इमल्शन्स उस स्टॉक के जैसा था जो कि वर्ष 1947 में उत्पादित किया गया था। कैरी का कहना है कि यह 1947 की असली तस्वीर है, जिसमें एक एलियन को आंशिक तौर पर कटी हुई अवस्था में पड़े दिखाया गया था। विदित हो कि पूर्व में लॉकहीड-मार्टिन के एक वैज्ञानिक बॉयड बुशमैन का कहना है कि नेवादा के एरिया 51 टॉप सीक्रेट मिलिट्री रिसर्च बेस में कुछ जिंदा पकड़े गए एलियन्स को रखा गया था, लेकिन एक अन्य यूएफओ शोधकर्ता ने कैरी की तस्वीरों को संदिग्ध करार दिया है।
 
पर हेयन्स यूएफओ इनवेस्टिगेशन्स मैनुअल के लेखक नाइजेल वाटसन का कहना है कि एक क्रैश्ड यूएफओ से पकड़े गए एलियन के समाचार को ज्यादा से ज्यादा 20 वर्ष तक जिंदा रखा जा सकता है और इतने अधिक वर्षों तक नहीं।

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