उन्होंने दलील दी कि किसी भी देश के कितने लोग ग्रीन कार्ड या वैध कानूनी रेसीडेंसी पा सकते हैं, इसकी सीमा की वजह से उच्च कौशल वाले भारतीयों के लिए प्रतीक्षा की अवधि 70 साल तक हो सकती है। सूचना प्रौद्योगिकी, विज्ञान प्रयोगशालाओं और अकादमी जैसे विविध क्षेत्रों के 200 से अधिक उच्च कौशल वाले भारतीयों का एक समूह सोमवार को संसद पहुंचा और वे सांसदों से मिले।
सांसद केविन योडर ने कहा, हम चाहते हैं कि अमेरिका सभी लोगों के लिए अपने द्वार खोले। यह विचार कि हम महज कुछ लोगों से यह कहें कि वे भारत से हैं और उन्हें कभी ग्रीन कार्ड नहीं मिल सकता या वे नागरिक नहीं बन सकते, यह अमेरिका विरोधी है। (भाषा)