हालांकि अशरफ गनी ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर दुनिया को संबोधित करते हुए कहा कि अगर वे काबुल में रहते तो कत्लेआम मच जाता। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के कारण वे देश से दूर हैं। गनी ने उन खबरों को भी बेबुनियाद बताया जिसमें बताया गया था कि देश छोड़ते वक्त उन्होंने अपने हेलीकॉप्टर में ठूंस-ठूंस कर नकदी भरी, लेकिन जगह की कमी के कारण नोटों से भरे कुछ बैग रनवे पर ही छोड़ने पड़ गए। उन्होंने कहा कि मैं पैसे लेकर भागा हूं ये कोरी अफवाह है।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने जब जून में बाइडन से मुलाकात की थी तो उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति से आग्रह किया था कि अमेरिकियों को तत्काल वहां से निकालने को टाला जाए क्योंकि इससे तालिबान तेजी से आगे बढ़ेगा, लेकिन उनकी इस बात को अनसुना कर दिया गया।