यह यान इंसानों को पृथ्वी की निचली कक्षा से ऊपर ले जाएगा। जहां ओरियन यान में शौचालय होगा, नासा आपात स्थितियों को ध्यान में रखते हुए इस तरह के सूट पर काम कर रही है। यह आपात स्थिति ओरियन यान में दबाव कम होने से जुड़ा है।
नासा चाहता है कि अंतरिक्ष यात्री छह दिन तक इन सूटों की मदद से आपात स्थिति में काम चला सके। मौजूदा स्पेससूटों में डायपर लगे होते हैं लेकिन एक बार में अंतरिक्ष यात्री उन्हें 10 घंटे से ज्यादा समय तक पहने नहीं रह सकते। स्पेससूट उतारने के बाद अंतरिक्ष यात्री यान में मौजूद शौचालयों का इस्तेमाल करते हैं। (भाषा)