चीमा ने पीटीआई और पीएमएल-क्यू के बीच एक समझौते के बाद सोमवार को संघीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था और पीएमएल-क्यू जिसमें इमरान खान ने नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर समर्थन के बदले में पीएमएल-क्यू के वरिष्ठ नेता परवेज इलाही को पंजाब के मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठित सीट देने पर सहमति व्यक्त की।
इस समझौते ने पार्टी के भीतर दरार पैदा कर दी और चीमा ने फैसले के खिलाफ विद्रोह कर दिया और इमरान खान के खिलाफ वोट देने के अपने फैसले की घोषणा कर दी। इस बीच पीएमएल-क्यू के अध्यक्ष चौधरी शुजात ने पहले मंगलवार को पार्टी के नेताओं के बीच दरार की खबरों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए कहा कि उनका परिवार और पार्टी एक ही पृष्ठ पर हैं।