सियासी संकट के बीच इमरान खान का ऐलान- नहीं देंगे इस्तीफा, पूरे करूंगा 5 साल

रविवार, 27 मार्च 2022 (23:10 IST)
इस्लामाबाद। प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने इस्तीफे की चर्चाओं पर पूर्णविराम लगा दिया है। रविवार को इस्लामाद में हुई रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि वे 5 साल पूरा करेंगे और इस्तीफा नहीं देंगे। रैली के दौरा इमरान खान ने कहा कि लोगों के विकास के लिए मैं सियासत में आया था।
 
इमरान खान ने कहा कि जब हम 5 साल पूरा करेंगे, तो सारा मुल्क देखेगा कि कभी इतिहास में दूसरी किसी सरकार ने उतनी गरीबी कम नहीं की, जितनी हमने की। 
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उन्होंने कहा कि मैं 25 साल पहले राजनीति में एक ही चीज़ के लिए आया था और यह थी कि पाकिस्तान जिस नजरिए के साथ बनाया गया था उसे आगे बढ़ा सकूं। उन्होंने कहा कि जो काम हमने तीन साल में किए हैं वैसे काम हमसे पहले किसी ने नहीं किए थे।

 
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को यहां इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के ऐतिहासिक शक्ति प्रदर्शन के दौरान अपना संबोधन शुरू किया। एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार अपने संबोधन में इमरान कहा कि उन्होंने देश को मदीना जैसा कल्याणकारी राज्य बनाने की राह पर ला खड़ा किया है।
 
खैबर-पख्तूनख्वा, पंजाब और पाकिस्तान के अन्य हिस्सों से पीटीआई पार्टी के कार्यकर्ता नेशनल असेंबली में इमरान खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से पहले समर्थन करने के लिए बड़ी संख्या में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे हैं।
 
खान ने रैली में मौजूद लोगों को धन्यवाद देते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की और कहा कि सबसे पहले मैं अपने देश को धन्यवाद देता हूं। जिस तरह से आपने पाकिस्तान के सभी कोनों से मेरे आह्वान पर प्रतिक्रिया दी, मैं आपके दिल की गहराई से आपकी सराहना करता हूं।
 
इमरान ने अपने भाषण में कहा कि मैं अपने सांसदों की टीम को भी सलामी देता हूं क्योंकि 'आपको पैसे की पेशकश की गई थी और आपको रिश्वत देने की कोशिश की गई थी लेकिन आपने मुझे खुश किया और मुझे आप पर गर्व है।
 
खान ने आगे कहा कि मैं अपने दिल की बात कहना चाहता हूं और मैं चाहता हूं कि आप चुपचाप मेरी बात सुनें। मैंने आपको 'अमर बिल मारूफ' (अच्छे को शामिल करें और गलत को रोकें) के लिए आमंत्रित किया, ताकि इस बात पर जोर दिया जा सके कि हमारा पाकिस्तान इस्लामिक कल्याणकारी राज्य की विचारधारा पर बना है। हमें रियासत ए मदीना के आधार पर देश का निर्माण करना था। 
 
खान ने एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने देश को मदीना जैसा कल्याणकारी राज्य बनने की राह पर ला खड़ा किया है। अपनी सरकार के सामाजिक कल्याण का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "पहले एक आम आदमी के लिए निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज संभव नहीं था... देश के इतिहास में पहली बार समाज के दलित वर्ग को ऊपर उठाने का प्रयास किया जा रहा है।
 
इससे पहले पीटीआई के उपाध्यक्ष और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान जागा और भ्रष्ट राजनीतिक नेताओं (विपक्ष) को हार का सामना करना पड़ा।
 
कुरैशी ने दावा किया कि वह अविश्वास प्रस्ताव के पीछे साजिश से अवगत थे और उन्होंने इस बारे में प्रीमियर को सूचित किया था। कुरैशी ने यह भी दावा किया था कि विपक्षी दलों ने "एनआरओ जैसे सौदे" के बदले अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने की पेशकश की है।

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