लंदन। ब्रिटेन यूरोपीय संघ (ईयू) से अलग हो गया है। गुरुवार को मतदान समाप्त होने के बाद आज वोटों की गिनती हुई। इसमें 'लीव' यानी ब्रिटेन के ईयू का हिस्सा नहीं रहने के पक्ष में 52 प्रतिशत लोगों ने वोट किया जबकि 'रीमेन' यानी संघ का हिस्सा बने रहने के पक्ष में 48 प्रतिशत वोट ही मिले। इस मतदान का फैसला वर्ष 1973 में हुए उस जनादेश को उलट रहा है, जिसमें ब्रिटेन ने यूरोपियन इकोनॉमिक कम्युनिटी का सदस्य बने रहने के लिए मतदान किया था।
एक एजेंसी द्वारा इकट्ठे किए गए डाटा में दिलचस्प बात सामने आई है। युवाओं का नजरिया हमेशा नई सोच का रहता है, लेकिन युवा ब्रिटेन को ईयू से अलग नहीं देखना चाहते थे, जबकि ब्रिटेन के बुर्जुग ईयू से अलग ब्रिटेन चाहते थे।
इसी तरह 25-49 आयु वर्ग में 45 की राय ब्रिटेन के साथ रहने की थी और 39 ब्रिटेन को ईयू से अलग देखना चाहते थे। 50 से 64 आयु वर्ग में 35 प्रतिशत लोग ईयू के साथ रहना और 49 प्रतिशत लोग ईयू का साथ छोड़ना चाहते थे। अगर बात 65 वर्ष से अधिक उम्र वालों की की जाए तो 58 प्रतिशत लोग ब्रिटेन को ईयू से अलग देखना चाहते थे और 33 प्रतिशत का मत इसके उलट था।