महिला ने अपने ही खिलाफ मुकदमा किया

उताह, अमेरिका में एक महिला ने खुद के ऊपर ही मुकदमा दायर कर दिया है, क्योंकि वह एक प्राणघातक दुर्घटना से जुड़ी है। विदित हो कि जब उसकी कार दुर्घटनाग्रस्त हुई तो वह कार चला रही थी और इस दुर्घटना में उसी के पति की मौत हो गई है। उसे अब अपनी बीमा कंपनी से क्षतिपूर्ति की राशि हासिल करनी है इसलिए वह खुद पर मुकदमा दायर किया है। 
 
मेल ऑनलाइन में कोरी चार्ल्टन लिखती हैं कि उताह की बारबारा बैग्ली ने अपने ही ऊपर मुकदमा दायर किया है पर जिस कार की दुर्घटना में उसके पति मारे गए हैं, उसे वह खुद चला रही थीं। वे अब अपने पति के जायदाद की प्रतिनिधि होने के कारण क्षतिपूर्ति का दावा कर रही हैं। कोर्ट के दस्तावेजों में कहा गया है कि उनकी लापरवाही से अपने पति की मौत हुई है। विदित हो कि प्रारंभ में इस दावे को खारिज कर दिया गया था, लेकिन एक अपील पर उन्हें इस तरह का मुकदमा चलाने की अनुमति दी गई। 
 
मामले के अनुसार 27 दिसंबर, 2011 को रेनो से करीब 225 मील दूर पूर्व में बैटल माउंटेन के पास एक इंटरस्टेट पर दुर्घटना हुई थी। उस दुर्घटना के समय उन्हें सिर में चोट लगी थी जो कि गंभीर नहीं थी। उनकी पसलियां टूट गई थीं, कलाई टूट गई थी और उनके दोनों फेंफड़ों में पंक्चर हो गया था। उनके पति ब्रैड वॉम बॉउर को गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी चोटों से मौत हो गई थी। साल्ट लेक ट्रिब्यून ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि कोर्ट के दस्तावेजों में कहा गया है कि ब्रैड वॉम बॉउर की जायदाद की प्रतिनिधि ने चिकित्सा खर्चों, वित्तीय सहयोग के समाप्त होने पर, पति के प्यार और साथ न होने पर अनिर्दिष्ट राशि क्षतिपूर्ति के तौर पर मांगी है।  
 
जनवरी 2014 में प्रारंभ में जिला जज ने उनका दावा खारिज कर दिया था। इसके बाद उनकी एक अपील को भी खारिज कर दिया गया। उनके वकीलों ने एक जायदाद प्रतिनिधि के तौर पर कहा कि वे अपने ऊपर इसलिए मुकदमा चला रही हैं क्योंकि वे जायदाद से लाभ उठाने का काम करेंगी। समाचार पत्र में कहा गया है कि अगर इस मुकदमे को चलने दिया जाता है तो ज्यूरी से यह तय करने को कहा जाएगा कि क्या बारबरा बैग्ली की गलती से ही बारबरा बैग्ली को अपना नुकसान हुआ।' इस सवाल से ज्यूरी भी भ्रमित हो जाएगी क्योंकि यह किसी ऐसे व्यक्ति को क्षतिपूर्ति देने का आदेश नहीं दे सकती है जो कि इस क्षति का खुद ही कारण हो। साथ ही, यह भी सवाल आयगा कि क्षतिपूर्ति की कितनी राशि तय की जाए?
 
यह दुर्घटना 2012 में सुर्खियों में आई क्योंकि इस दुर्घटना में दम्पत्ति का शेटलैंड शीपडॉग डूली बिना किसी चोट के बच गया था। दुर्घटना के 53 दिनों तक वह इधर उधर भटकता रहा और बाद में वह मिला। रास्ते पर एक कुत्ते के अवशेष मिलने के बाद 6 जनवरी के बाद से डूली की खोज बंद कर दी गई थी। कई बार खोज किए जाने के बाद परिवार के एक मित्र ने अंतत: डूली देखा और उसे हैग्ली के घर ले आया जहां पर 53 दिनों के बाद पालतू पशु और उसकी मालकिन का मिलन हुआ।  
 

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