चीन ने स्पार्टली द्वीप के 12 नौटिकल मील के दायरे में अमेरिकी युद्धपोत की मौजूदगी पर रोष जताते हुए कहा था कि वह समुद्री परिवहन के नाम पर अपने समुद्री सीमा में अतिक्रमण नहीं होने देगा। वहीं अमेरिका ने कहा कि उसने विवादित द्वीप पर चीन के निर्माण को मान्यता नहीं दी है, अत: अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार उसकी नौसेना अपना परिचालन जारी रखेगी।
उल्लेखनीय है कि विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश अमेरिका एवं चीन के बीच इस मुद्दे के कारण आपसी विवाद बढ़ रहा है। चीन ने कहा है कि यह निर्माण समुद्री खोज, राहत एवं बचाव, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण एवं समुद्री परिवहन की सुरक्षा के मद्देनजर किया है। उसने कहा कि इस क्षेत्र के अन्य देशों एवं यहांसे गुजरने वाली जहाजों की सुरक्षा के हितार्थ वह इस तरह का निर्माण आगे भी जारी रखेगा। (वार्ता)