चीन बेच रहा है इंसानी मांस, लावारिस लाशों से होता है खेल!!

शुक्रवार, 20 मई 2016 (11:35 IST)
चीन के बारे में पिछले कई सालों में तमाम ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि वो खाद्य पदार्थों में जमकर मिलावट कर या नकली खाद्य सामग्री दूसरे देशों में भेजता है। चीन में बनने वाले प्लास्टिक के चावल से लेकर रासायनिक अंडे की शिकायतों के बाद एक और चौंकाने वाले खुलासे में दावा किया गया है कि चीन अफ्रीकी देशों को भेजे जाने वाले मांस में इंसान का मांस भी मिलाता है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चीन लावारिस लाशों का मांस डिब्बे में बंद कर निर्यात करता है।  
दरअसल पिछले दिनों जाम्बिया की मीडिया ने पिछले दिनों छापी थी कि चीन अपने मरने वाले लावारिस नागरिकों को सिरके में डालकर उनका मीट अफ्रीकी देशों को भेज देता है। रिपोर्ट में ये भी कहा था कि चीन कैन में पैक करके इंसान का मीट अफ्रीकी देशों में बेचता है। रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन में लावारिस लोगों की मौत पर उनकी लाश के क्रियाकर्म का इंतजाम नहीं है इसलिए उन्हें कैन में बंद करके अफ्रीकी देशों को भेज दिया जाता है। मीडिया ने चीन की फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोगों के हवाले से ये दावा किया था। 
जानिए कैसे हुआ इस घिनौने काम का खुलासा... आगे... 

कैसे हुआ खुलासा : चीनी अखबार 'सीआरजे मीडिया' के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से जाम्बिया की एक महिला की फेसबुक पोस्ट काफी शेयर की जा रही है।


महिला का दावा है कि चीन की बीफ कंपनियां इंसानी लाशों को इकट्ठा कर इसे कॉर्न्ड बीफ (नमक लगाकर रखा हुआ गोश्त) बताकर अफ्रीकी देशों में बेच रही हैं।

 
महिला का नाम बारबरा अकुओसा एबोएगे बताया जा रहा है। टि्वटर पर उसकी फेसबुक पोस्ट के स्क्रीनशॉट्स शेयर किए जा रहे हैं। जाम्बिया के एक लोकल न्यूजपेपर Kachepa ने भी इस बारे में 'China feeding Africa with human meat' नाम की एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। 
 
अफ्रीकी देश जाम्बिया में मौजूद चीन के राजनयिक यांग योमिंग ने पिछले दिनों जाम्बिया की मीडिया की एक रिपोर्ट का सिरे से खंडन करते हुए इसे अफ्रीका में चीन की छवि को खराब करने की कोशिश बताया है। वाशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक यांग योमिंग ने इस रिपोर्ट को बकवास बताते हुए इसे जाम्बिया और चीन के बीच लंबे समय से जारी रिश्तों को खराब करने की साजिश करार दिया है।
 
चीनी राजदूत ने जाम्बिया से इस मामले की विस्तृत जांच करने का आग्रह किया है। वहीं जाम्बिया के रक्षा प्रमुख क्रिस्टोफर मुलेंगा ने चीन से इस रिपोर्ट पर मांफी मांगी है। उन्होंने इस मामले में पूरी जांच कर आधिकारिक बयान जारी करने का भी भरोसा जताया है।
 

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