ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार शंघाई एकेडमी के इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन्स के रिसर्च फेलो हू झियोंग ने कहा, 'भारत बेहद तर्कशून्य फैसला कर रहा है क्योंकि उरी घटना के बाद कोई गहन जांच नहीं की गई है और कोई सबूत यह साबित नहीं करता है कि पाकिस्तान हमले के पीछे है।'