मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के सहायक निदेशक माइकल मैक्डोनाल्ड ने कहा कि ब्लैकहोल की अभिवृद्धि का साधारण मॉडल गर्म गैस के एक गोले से घिरा होता है और वह गैस ब्लैकहोल पर सुगमता से सहवर्धित होती है तथा सब कुछ साधारण, गणितीय है।
मैक्डोनाल्ड ने कहा कि लेकिन यह सर्वाधिक अकाट्य साक्ष्य है कि यह प्रक्रिया सुगम, साधारण और स्वच्छ नहीं है, बल्कि असल में पूर्णतया अव्यवस्थित तथा और भद्दी है। उन्होंने कहा कि ब्लैकहोल के पोषित होने के संभवत: दो तरीके होते हैं। अधिकांशत: वे विस्तारित होती गर्म गैस के संतुलित पोषण से धीरे-धीरे पोषित हो सकते हैं। कभी-कभी वे नजदीक आती ठंडी गैस को तेजी से निगल सकते हैं।
अनुसंधानकर्ताओं ने अपनी खोज चिली में अटकामा लार्ज मिलीमीटर... सब मिलीमीटर एरे (एएलएमए) का इस्तेमाल करते हुए की। टीम ने एएलएमए की दूरबीनों को एबेल 2597 क्लस्टर में केंद्रीय आकाशगंगा पर केंद्रित किया। यह आकाशगांगा ब्रह्मांड की सबसे चमकीली आकागंगाओं में से एक है, क्योंकि यह संभवत: अनेक नए तारे पैदा कर रही है। (भाषा)