'द फिजिशियन एंड स्पोर्ट्स मेडिसिन' पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन में 15 से 49 वर्ष की आयु की 1,65,000 महिला मरीजों ने भाग लिया। ब्राउन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अमेरिका के राष्ट्रीय डेटाबेस से 1 दशक की दवाओं और बीमा सूचनाओं का अध्ययन किया।
यह अध्ययन एथलीटों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। तकरीबन 2 में से 1 एथलीट को एसीएल चोट का सामना करना पड़ता है जिसके कारण वे एथलेटिक स्पर्धा में वापसी नहीं कर पाते और उनमें से 20-50 फीसदी लोगों को चोट लगने के 10-20 साल के अंदर गठिया का रोग हो जाता है। एसीएल चोट की समस्या युवा एथलीटों को ज्यादा होती है और ए पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को 2 से 8 गुना ज्यादा लगती हैं। (भाषा)