गर्भधारण में आ रही है मुश्किल तो जानिए काम के 9 टिप्स
कई कपल्स जब फैमिली प्लानिंग करते है तो आसानी से माता-पिता नहीं बन पाते हैं। वैसे तो इसके कई कारण हो सकते हैं जिसके लिए डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स जिन्हें अपनाने से भी आपको मदद मिल सहती हैं -
1. यदि आप माता-पिता बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप दोनों ही अपना स्वास्थ्य चेकअप करवा लीजिए, जिससे कि किसी प्रकार की समस्या होने पर उसका पता लग जाएगा और हल निकालना भी आसान हो जाएगा।
2. आप दोनों अपने वजन को नियंत्रित रखने का प्रयास करें। यदि आप महिला हैं और आपका वजन अधिक है, तब आपको गर्भधारण करने में एक सही वजन वाली महिला की तुलना में दो गुना अधिक समय लग सकता है।
यदि आपका वजन आवश्यकता से अधिक कम है, तब आपको सही वजन वाली महिला की तुलना में चार गुना अधिक समय गर्भधारण करने में लग सकता है। इसलिए पहले आप अपनी उम्र व ऊंचाई के हिसाब से सही वजनी महिला की श्रेणी में खुद को ले आएं। डॉक्टर की सलाए अनुसार आप खानपान में बदलाव व व्यायाम कर गर्भधारण करने के लिए सही वजन पा सकती हैं।
3. ऐसा आहार लें, जिसमें प्रोटीन और विटामिन भरपूर मात्रा में हों, ये फर्टिलिटी बढ़ाने में सहायक होता है। इसके लिए डाइट में हरी सब्जियां, फल, बींस, सोयाबीन, टमाटर व सूखे मेवे को शामिल करें।
4. शराब, सिगरेट व अन्य लतों से दूर ही रहें। इनमें पाए जाने वाले तत्व गर्भ को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं। इससे पुरुषों में स्पर्म की मात्रा भी कम होती है और फर्टिलिटी को भी नुकसान पहुंचता है।
5. चाय, कॉफी व कोल्ड्रिंक का अधिक सेवन न करें, क्योंकि यह फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है।
6. प्राइवेट पार्ट्स की सफाई का ध्यान रखें और किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। वेजाइनल इंफेक्शन के कारण भी गर्भ ठहरने में परेशानी आ सकती है।
7. डॉक्टर की सलाह से अपने फर्टिलिटी डे का पता कर लें, क्योंकि इन दिनों आपके गर्भधारण करने की संभावना सबसे अधिक होती है। आमतौर पर आपके मासिक चक्र के दसवें दिन से लेकर अगले दस दिनों तक गर्भ ठहरने की संभावना अधिक होती है। इस समय साथी के साथ समय बिताएं।
8. किसी भी प्रकार की चिंता व तनाव से दूर रहें। अधिक तनाव लेने से भी गर्भधारण में समस्या आती है।
9. आपके पति की सेहत सही होना भी बेहद आवश्यक है। पतियों को भी पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेना चाहिए, जिसमें विटामिन ए, बी एवं अन्य पोषक तत्व अनिवार्य रूप से हों।