एक नरभक्षी दरिंदे की कहानी, पढ़ेंगे तो कांप जाएंगे...
बुधवार, 21 जनवरी 2015 (14:38 IST)
सेंट्रल अफ्रीकी रिपब्लिक बांगुई में हुई एक घटना के बारे में जिसने भी सुना दिल दहल गया। पूरी दुनिया में आतंकवाद और हिंसा की घटनाएं आमतौर पर देखने में आती हैं, लेकिन क्या कोई इंसान इस तरह की घटना को अंजाम दे सकता है, सुनकर ही पूरे शरीर में सिहरन दौड़ जाती है।
पिछले रविवार को दो मुस्लिम लोगों की ईसाई लोगों ने हत्या कर दी और उन्हें जला दिया। इस देश में दोनों समुदायों के लोगों में हिंसात्मक हमले होना आम बात है और इस कारण से एक समुदाय के लोग दूसरे के लोगों पर हमला करके उन्हें मार देते हैं। पिछले कई सप्ताहों से ऐसा हो रहा है। लेकिन पिछले रविवार को ऐसे ही एक अवसर पर इस देश की एक बर्बर प्रथा-मनुष्य का मांस खाने की समस्या-का चेहरा भी सामने आया।
बदला लेने के लिए किए गए हमलों में बांगुई में दो मुस्लिम लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और उन्हें जला दिया गया। इस अवसर पर एक व्यक्ति मैड डॉग (वास्तविक नाम औंदाजा मैगलोयर) ने एक शव से मांस के एक टुकड़े को काटा और अपने खून से सने चाकू को चाट लिया। उसने इन हत्याओं में भाग नहीं लिया था, लेकिन वह इनके बाद सक्रिय हुआ और उसने भीड़ के सामने लोगों का मांस खाने का घृणित कारनामा किया। इससे पहले के एक सप्ताह में इसी तरह की हिंसा के शिकार व्यक्ति के जलते शव से मांस को खाया था।
इस तरह दबोचा शिकार को और.... पढ़ें अगले पेज पर....
बांगुई में इस तरह की घटना रविवार को हुई थी। इस मामले में एपी का कहना है कि इन लोगों की हत्या एक दिन पहले सैंगो के एक टैक्सी ड्राइवर की हत्या के विरोध में स्थानीय नागरिकों ने कर दी थी। ईसाई और मुस्लिम बहुल देश को अराजक होने से बचाने के लिए 1600 फ्रांसीसी सैनिकों और अफ्रीकी यूनियन की मिस्का फोर्स तैनात है लेकिन यहां हिंसा होना आम है। मैगलोयर ने बीबीसी के एक संवाददाता से कहा कि उसकी यह कार्रवाई उस हमले के खिलाफ है, जिसके चलते मुस्लिमों ने उसकी गर्भवती पत्नी, उसकी साली और उसके बच्चे की हत्या कर दी थी।
इस समाचार के अनुसार मैड डॉग ने अपने शिकार को एक मिनिबस से जाते देखा और यह सोचकर उसका पीछा किया कि वह मुस्लिम दिखाई देता है। उसने करीब 20 ईसाई लोगों की भीड़ को जमा किया और बस ड्राइवर को रुकने पर विवश कर दिया था। बाद में इस आदमी को बस से खींचकर निकाला गया था। उसने कहा कि 'मैंने उसके ऊपर पेट्रोल डाला, जलाया और उसकी टांग को खा गया।'
विदित हो कि इस ईसाई बहुल सेंट्रल अफ्रीकी गणराज्य में दस माह पहले चुनाव हुए थे जिसके तहत विद्रोहियों ने एक मुस्लिम नेता को देश का राष्ट्रपति बना दिया, जिसके बाद से मारकाट, बलात्कार, लूट का दौर जारी है। कुछ समय पहले ही बांगुई की पूर्व मेयर कैथरीन सैम्बा-पांजा को राष्ट्रपति चुना गया है और उन्होंने अपने पहले भाषण में दोनों समुदायों के लोगों से हिंसा छोड़ने की अपील की है, लेकिन हालात अभी भी नियंत्रण से बाहर हैं।