साइबर युद्ध में अपने निवेश को और बढ़ाया : उद्यमी एवं निवेशक अर्नी बेलिनी के अनुसार अमेरिकी हमलों से ईरान, रूस, चीन और उत्तर कोरिया साइबर युद्ध में अपने निवेश को और बढ़ा सकते हैं। बेलिनी ने कहा कि हैकिंग अभियान गोलियों, विमानों या परमाणु हथियारों की तुलना में बहुत सस्ते होते हैं। अमेरिका सैन्य दृष्टि से प्रभावशाली हो सकता है, लेकिन डिजिटल प्रौद्योगिकी पर उसकी निर्भरता एक कमजोरी है। फलस्तीनी समर्थक 2 हैकर समूहों ने दावा किया कि उन्होंने अमेरिकी हमलों के बाद दर्जनों विमानन कंपनियों, बैंकों और तेल कंपनियों को निशाना बनाया है।
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