पाक में दिलीप कुमार का पुश्तैनी घर ढहने के कगार पर

शुक्रवार, 12 दिसंबर 2014 (09:48 IST)
पेशावर। फिल्मी पर्दे के ‘देवदास’ दिलीप कुमार का पेशावर स्थित पुश्तैनी घर ढहने के कगार पर है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया था। यह दुमंजिला मकान आगे की ओर थोड़ा झुक गया है।
 
किस्सा ख्वानी बाजार में खुदादाद मुहल्ले के निवासियों ने सरकार से गुहार लगाई है कि इस राष्ट्रीय स्मारक को बचाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
 
दिलीप कुमार के इस घर को पिछले साल जुलाई में राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया गया था। इस घोषणा ने वहां के निवासियों को खुश होने की एक और वजह दी थी।
 
जुलाई में संरक्षित स्मारक घोषित किया जा चुका, दिलीप कुमार का यह पुश्तैनी घर 130 वर्ग मीटर में फैला है। सरकार की मंशा इसे एक संग्रहालय के रूप में बदलने की है। लेकिन इस दिशा में अभी तक कुछ नहीं किया गया है।
 
दिलीप कुमार के पुश्तैनी घर के पड़ोस में रहने वाले शाह हुसैन ने कहा, 'यह बहुत बुरी स्थिति में है और कभी भी गिर सकता है। यदि ऐसा हुआ तो यह बहुत दुखद होगा क्योंकि आखिर यह एक राष्ट्रीय स्मारक है।' पेशावर में जन्मे दिलीप कुमार का असली नाम यूसुफ खान है। उन्होंने इस मकान में अपने शुरुआती सात साल बिताए थे। 1930 के दशक के आखिर में उनका परिवार मुंबई चला गया था।
 
खबर पख्तूनख्वा सरकार के संस्कृति विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मकान को राष्ट्रीय संग्रहालय में बदलने के काम में इसलिए विलंब हो रहा है क्योंकि संपत्ति को लेकर अदालत में एक वाद है। इस मकान में रखा सामान अपने संरक्षण में ले चुकी है। (भाषा)

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