अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह टिकटॉक के संचालन को अमेरिका में 75 दिन और जारी रखने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर रहे हैं, ताकि उनके प्रशासन को इस सोशल मीडिया मंच को अमेरिकी स्वामित्व में लाने के लिए समझौता करने के वास्ते और समय मिल सके।
कांग्रेस ने आदेश दिया था कि 19 जनवरी तक मंच को चीन से अलग कर दिया जाए या राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर अमेरिका में प्रतिबंधित कर दिया जाए, लेकिन ट्रंप ने इसे जारी रखने के लिए एक समझौते पर बातचीत करने की मांग करते हुए समय सीमा को इस सप्ताहांत तक बढ़ाने के लिए एकतरफा कदम उठाया।
ट्रंप ने हाल ही में लोकप्रिय सोशल मीडिया साइट में हिस्सेदारी खरीदने की मांग करने वाली अमेरिकी कंपनियों की ओर से कई प्रस्तावों पर विचार किया है, लेकिन चीन की बाइटडांस, जो टिकटॉक और इसके करीबी एल्गोरिदम का मालिक है, ने जोर देकर कहा है कि उसका मंच बिक्री के लिए नहीं है।
टैरिफ ने इस तरह बिगाड़ा खेल : मीडिया खबरों के अनुसार, अमेरिका और चीन में डील लगभग फाइनल हो गई थी। इसके तहत टिकटॉक ऐप के संचालन को अमेरिका में स्थित एक नई कंपनी द्वारा दिया जाना था। नई कंपनी के मालिक और संचालक ज्यादातर अमेरिकी निवेशक होते, जबकि चीनी कंपनी बाइटडांस के पास अल्पमत हिस्सेदारी होती। मगर ट्रंप के टैरिफ वार ने सारा खेल बिगाड़ दिया।
एक्शन में चीन : चीन ने अमेरिका पर पलटवार करते हुए वहां से आयात किए जाने वाले सभी उत्पादों पर 34 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगा दिया। चीन ने यह कदम चीनी उत्पादों के आयात पर अमेरिका में 34 प्रतिशत शुल्क लगाने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के जवाब में उठाया है। चीन ने कुछ दुर्लभ धातुओं पर निर्यात नियंत्रण की भी घोषणा की है। इसका उद्देश्य अमेरिकी रक्षा, कंप्यूटर और स्मार्टफोन उद्योगों को नुकसान पहुंचाना है।
क्या बोले ट्रंप : चीन के इस कदम की आलोचना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि चीन ने गलत कदम उठाया, वे घबरा गए। यह एक ऐसी चीज है जिसे वे बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने अपने फैसले पर कहा कि मेरी नीतियां कभी नहीं बदलेंगी। यह अमीर बनने का एक अच्छा समय है।