इबोला से घबराए अमेरिका ने क्या किया...

बुधवार, 22 अक्टूबर 2014 (11:06 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिका ने इबोला वायरस के संक्रमण से प्रभावित 3 पश्चिम अफ्रीकी देशों के यात्रियों का प्रवेश सीमित करते हुए उनको देश के सिर्फ 5 बड़े हवाई अड्डों में से किसी एक में उतरने की अनुमति दी है। इन पांचों हवाई अड्डों पर इबोला वायरस के संक्रमण की जांच और कड़ी कर दी गई है।
 
अमेरिका के घरेलू सुरक्षा विभाग ने अपने नागरिकों को इस महामारी के संक्रमण से बचाने के उद्देश्य से मंगलवार को लाइबेरिया, सियरा लियोन और गिनी से आने वाले नागरिकों को सिर्फ 5 बड़े हवाई अड्डों पर उतरने की अनुमति देने का ऐलान किया।
 
बुधवार से इन देशों के यात्री न्यूयॉर्क के जॉन एफ. केनेडी हवाई अड्डे, न्यू जर्सी के नेवार्क हवाई अड्डे, वॉशिंगटन डलेस हवाई अड्डे, अटलांटा हवाई अड्डे और शिकागो के ओ’हेयर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में से किसी एक में ही उतर सकेंगे। इन हवाई अड्डों पर इबोला के लिए कड़ी जांच व्यवस्था की गई है। 
क्यूबा ने 91 और डॉक्टर भेजे : डॉक्टर लियोनार्दो फर्नान्देज अक्सर उन देशों में जाते हैं, जहां प्राकृतिक आपदा या बीमारी का कहर टूटता है या फिर राजनीतिक उथल-पुथल होती है। ऐसे समय पर क्यूबा के पूर्वी हिस्से में स्थित उनका अस्पताल प्रभावित देशों के मरीजों का इलाज करने में कोई कसर नहीं छोड़ता।
 
देश की विदेश नीति के तहत मंगलवार को डॉक्टर फर्नान्देज अपने साथ क्यूबा के 90 अन्य चिकित्साकर्मियों को लेकर गिनी और लाइबेरिया की ओर रवाना हो गए, जहां इबोला वायरस का कहर टूटा है।
 
क्यूबा की विदेश नीति के अनुसार आपदा और संकट के समय डॉक्टर मदद के लिए सबसे आगे रहते हैं। गिनी और लाइबेरिया पहुंचकर ये 91 नर्स और डॉक्टर उन 165 लोगों के समूह में शामिल होंगे, जो सियरा लियोन में पहले से मौजूद हैं और इबोला प्रभावितों का इलाज कर रहे हैं। (भाषा)
 

वेबदुनिया पर पढ़ें