मिस्र की एक मस्जिद में नवंबर में हुए भीषण आत्मघाती हमले में 300 से अधिक लोग मारे गए थे, जो अरब दुनिया में सबसे भयानक हमला था। इस हमले को गंभीरता को लेते हुए राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल सीसी ने 29 नवंबर को सेना को 3 माह में आतंकवादियों का खात्मा करने के निर्देश दिए थे।