सूत्रों के अनुसार, चीन के मदद से पाकिस्तान FATF को संतुष्ट करने में सफल रहा है। चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान जैसे देशों ने पाकिस्तान की कार्ययोजना पर कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की है।
एफएटीएफ ने मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग रोकने के लिए पाकिस्तान को 27 बिंदुओं की एक कार्ययोजना दी थी। इन बिंदुओं पर पाकिस्तान ने कितना अमल किया, इसे देखने के लिए एफएटीएफ की 21-23 जनवरी को बीजिंग में बैठक हुई।