बीजिंग। चीन के विदेश मंत्री वांग ई ने चेक गणराज्य के अधिकारी की ताइवान यात्रा को भड़काने वाला और अदूरदर्शी कदम करार देते हुए सोमवार को चेतावनी दी कि जो कोई भी 'एक चीन' नीति को चुनौती देगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
एजार ने इसी माह के दूसरे सप्ताह में ताइवान की यात्रा की थी और वहां की राष्ट्रपति साई इंग-वेन से भेंटवार्ता की थी। 1979 में अमेरिका द्वारा ताईपी को चीन का हिस्सा होने की राजनयिक मान्यता देने के बाद वह ताइवान की यात्रा करने वाले अमेरिका के पहले शीर्ष स्तरीय कैबिनेट सदस्य हैं। साई इंग-वेन चीन से ताइवान की आजादी की प्रबल पैरोकार हैं।
यूरोपीय संघ के देशों की अपनी यात्रा के तहत सोमवार को जर्मनी पहुंचे वांग ने कहा कि चीन अपनी ‘एक चीन’ नीति का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेगा। खबर के अनुसार, वांग ने चेक के सीनेट के अध्यक्ष की ताइवान यात्रा का हवाला देते हुए कहा कि एक-चीन नीति को चुनौती देने वाले किसी को भी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।