सेना ने इसकी घोषणा ऐसे दिन की जब देश दो बड़े आतंकी हमलों का शिकार बना जिसमें करीब 40 लोगों की जान चली गई। सेना की मीडिया इकाई इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने कहा कि दोषियों पर पाकिस्तान में सशस्त्र बलों/कानून प्रवर्तक एजेंसियों पर हमले, निर्दोष नागरिकों की हत्या और शिक्षण संस्थानों को नष्ट करने का आरोप था।
इसमें कहा गया कि उनके कब्जे से हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए गए थे। दोषियों पर विशेष सैन्य अदालतों में मुकदमा चला था। 11 आतंकवादियों को मौत की सजा देने के अलावा, 22 अन्य को विभिन्न अवधि की कैद की सजा सुनाई गई है। (भाषा)