देश में मतदान के लिए लगभग 12,845 केंद्र बनाए गए थे और 35 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। यह चुनाव देश के इतिहास में सबसे महंगा चुनाव था। इसकी लागत करीब 7.5 अरब श्रीलंकाई रुपए (4.1 करोड़ डॉलर) है। बड़े मतपत्र, बड़ी मतपेटियों, चुनाव ड्यूटी पर सैकड़ों अतिरिक्त कर्मचारी और पानी, टेलीफोन और बिजली के बिल जैसे अतिरिक्त खर्च ऐसे कारक हैं, जिन्होंने चुनावी बिल को बढ़ा दिया है। चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए 60,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की थी।