पहला मामला तब सामने आया जब नेत्रोकोना जिले के मैमेनसिंहरोही गांव के लोगों ने रविवार सुबह मंदिर का दरवाजा खुला पाया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई भाषा को बताया कि मंदिर परिसर में प्रवेश के बाद उन्होंने देखा कि मंदिर में तोड़फोड़ की गई है। मंदिर के पास देवी काली की चार टूटी हुई मूर्तियां पड़ी हुई थीं।
पुलिस ने फौरन जांच शुरू कर दी। नेत्रोकोना सदर के थाना प्रभारी शाह नूर-ए-आलम ने बताया, 'हमने तोड़-फोड़ के सबूत एकत्रित किए और जांच शुरू कर दी। यह पाया गया है कि मंदिर के दरवाजे बंद नहीं थे। हम लोग इस घृणित घटना को अंजाम देने वालों की तलाश कर रहे हैं।' नेत्रोकोन के अतिरिक्त जिलाधिकारी अब्दुल मतीन ने कहा कि जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाएगी।
एक अलग घटना में, उत्तर पश्चिम पबना जिले में अज्ञात हमलावरों ने तड़के गुप्तचुप तरीके से एक हिन्दू मंदिर पर हमला करके देवी काली की तीन प्रतिमाओं को तोड़ दिया। पुलिस के अधिकारी ने पबना में संवाददाताओं को बताया कि हिन्दू देवी काली की तीन प्रतिमाओं को पबना के बेरा (उपजिले) स्थित एक मंदिर में तोड़ दिया। बदमाश जाहिर तौर पर तड़के मंदिर में घुसे और मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया।