टूटा शेख हसीना का सपना
जिनपिंग और यूनुस के बीच बातचीत के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि बांग्लादेश तीस्ता नदी व्यापक प्रबंधन एवं पुनरुद्धार परियोजना (टीआरसीएमआरपी) में भाग लेने के लिए चीनी कंपनियों का स्वागत करता है। बांग्लादेश की पिछली शेख हसीना सरकार चाहती थी कि भारत तीस्ता नदी घाटी परियोजना में भागीदार बने। चीन और बांग्लादेश के बीच हुए एक या दो नहीं, 9 समझौते हुए हैं। भारत और चीन के बीच संबंध कोई अच्छे नहीं हैं और उधर बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास आई है।
चीन से बढ़ती दोस्ती
यूनुस ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हमारे संबंध बहुत प्रगाढ़ रहे हैं। हमारे व्यापारिक रिश्ते बहुत मजबूत हैं और चीन के साथ हमारे सहयोग से हमें लाभ मिलता है। यूनुस के आधिकारिक हैंडल से एक्स पर किए गए पोस्ट में कहा गया कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के मुख्य प्रोटोकॉल अधिकारी और विदेश मंत्रालय के सहायक मंत्री होंग लेई ने शनिवार को बीजिंग कैपिटल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यूनुस को उनकी ऐतिहासिक चार दिवसीय चीन यात्रा के समापन के बाद विदा किया।
यूनुस ने शुक्रवार को जिनपिंग से मुलाकात की और राजनीतिक और आर्थिक संकट से प्रभावित बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए चीन से निवेश बढ़ाने का आग्रह किया। नई दिल्ली के मुकाबले बीजिंग को अधिक तरजीह देते हुए यूनुस ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम चीन को अपने अच्छे दोस्त के रूप में देखें।
यूनुस ने चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि द्विपक्षीय संबंध एक नए चरण में प्रवेश करेंगे। चीन यात्रा के बाद यूनुस बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए थाईलैंड जाने वाले हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की इच्छा जताई है, लेकिन भारत ने अभी तक दोनों नेताओं की मुलाकात की पुष्टि नहीं की है। इनपुट भाषा Edited by: Sudhir Sharma