जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख रहमान ने 2 दिवसीय समयसीमा समाप्त होने के बाद यहां एक प्रदर्शन रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उद्देश्य पूरा होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा तथा यह साफ है कि शासक (इमरान खान) को जाना होगा और लोगों को निष्पक्ष चुनाव के जरिए नया शासक चुनने का मौका देना होगा। यह स्पष्ट है कि इससे अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
रहमान ने कहा कि अभी इस्लामाबाद बंद है, फिर हम पूरा देश बंद करेंगे। हम रुकेंगे नहीं और अपना संघर्ष जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि वे सोमवार को विपक्ष के अन्य नेताओं से मुलाकात की योजना बना रहे हैं ताकि आगे के कदम के बारे में सर्वसम्मति से फैसला किया जा सके। यह आंदोलन और लोगों की भीड़ इमरान खान को सत्ता से बाहर करने तक बनी रहेगी।
रहमान ने खान पर इस्तीफे का दबाव बनाने के लिए पिछले सप्ताह इस्लामाबाद तक अपने समर्थकों के आजादी मार्च का नेतृत्व किया था। उन्होंने खान को अवैध शासक बताया था। रहमान ने प्रधानमंत्री खान के पद छोड़ने के लिए रविवार तक की समयसीमा दी थी। रहमान का दावा है कि 2018 में हुए चुनाव में धांधली हुई थी और पाकिस्तान की शक्तिशाली सेना ने खान को समर्थन दिया था। सेना ने इन आरोपों से इंकार किया है।