किसी समय पाकिस्तान क्रिकेट टीम की कमान संभालने वाले इमरान खान अब पाकिस्तान के 'सियासी कप्तान' भी बनने जा रहे हैं। उनकी पार्टी वहां सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। हालांकि अभी भी उनकी पार्टी बहुमत से थोड़ी दूर है, लेकिन जोड़तोड़ के बाद वे सरकार बनाने की स्थिति में पहुंच ही जाएंगे।
इमरान के पक्ष में सबसे बड़ी बात यह है कि पाकिस्तान की सेना उनका समर्थन कर रही है। हालांकि जिस तरह पाकिस्तान में चुनाव परिणाम की घोषणा सादे कागजों पर की जा रही है, उससे चुनावों की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहा है। दूसरी ओर पीएमएल (नवाज) का वरिष्ठ नेता और नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ की हार ने भी सबको चौंकाया है। अच्छी बात यह है कि जमात उद दावा के मुखिया हाफिज सईद का बेटा और दामाद भी चुनाव हार गए हैं।
अब तक के परिणामों में इमरान खान की पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी 120 के लगभग सीटों पर जीत हासिलकर चुक है, जबकि नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल नवाज 65 सीटों के आसपास है। स्व. बेनजीर भुट्टो की पार्टी पीपीपी 44 के साथ तीसरे स्थान पर हैं। पाकिस्तान के 272 सदस्यीय सदन में बहुमत के लिए 137 सीटों की दरकार रहेगी। और, सेना की मदद से इमरान के लिए इस आंकड़े तक पहुंचना कोई बड़ी बात नहीं होगी।
इमरान का जन्म 5 अक्टूबर 1952 में पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था। विश्वकप जीतने के बाद 1992 में ही इमरान खान ने क्रिकेट से सन्यास ले लिया था। 1996 में इन्होंने तहरीक-ए-इंसाफ का गठन किया था। 16 मई 1995 में खान ने जेमिमा गोल्डस्मिथ से शादी की और 22 जून 2004 को दोनो का तलाक हो गया। जनवरी 2015 में इमरान खान ने ब्रिटिश पाकिस्तान पत्रकार रेहम खान से शादी की 22 अक्टूबर 2015 को रेहम से भी तलाक हो गया। इसके बाद उन्होंने 2018 की शुरुआत में बुशरा मानेका से शादी की।
विवाद भी कम नहीं : इमरान खान के साथ बहुत से विवाद भी जुड़े हुए। उनकी छवि एक भारत विरोधी नेता की है। कुछ समय पहले उनकी पूर्व पत्नी रेहम खान की एक किताब बाजार में आई थी, जिसमें उन्होंने इमरान पर कई महिलाओं के साथ संबंध लगाए थे। इतना ही नहीं उन्होंने इमरान को ड्रग्स का आदी भी बताया था साथ ही कहा था कि उनके पुरुषों के साथ भी शारीरिक संबंध हैं।