2014 में जब भारत में लोकसभा के चुनाव चल रहे थे, नतीजे हिंदुस्तान में आ रहे थे लेकिन टीवी रेडियो के सामने से केन्या के लोग हट नहीं रहे थे। चुनाव हिंदुस्तान में थे लेकिन मिठाइयां केन्या में बंट रही थीं। मैं बड़ी नम्रता के साथ सिर झुकाकर आपके साथ निवेदन करना चाहता हूं कि 2 साल में इस सरकार ने वो कदम उठाए हैं, जहां विश्व में फैला हर हिंदुस्तानी गर्व कर सकता है। सरकार ने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे हिंदुस्तानी का सिर नीचा हो। हर हिंदु्स्तानी दुनिया के सामने आंखों में आंखें डालकर बात कर सके, यह ताकत पैदा हुई है।