Iran Vs Israel : ईरान को लेकर रूस ने अमेरिका को दी चेतावनी, पुतिन की चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग से फोन पर बात, तीसरा विश्व युद्ध छिड़ने के कितने आसार
Israel-Iran conflict : इजराइल और ईरान के बीच तनाव में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। लगातार आ रहे बयान तनाव को बढ़ा रहे हैं। इजराइल और ईरान के टकराव से रूस और अमेरिका में भी तनातनी दिख रही है। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें खुद नहीं पता कि वे आगे क्या करेंगे। इस बीच रूस ने अमेरिका को चेतावनी दी है। अमेरिका और रूस इस संघर्ष में अलग-अलग पक्षों का समर्थन कर रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से टेलीफोन पर बातचीत की है।
हस्तक्षेप से होंगे भयानक परिणाम
रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने रूसी समाचार एजेंसी ताश से कहा है कि इसराइल और ईरान के बीच जंग में अमेरिकी हस्तक्षेप से एक और भयानक उग्रता पैदा होगी। बुधवार को रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने अमेरिका से कहा था कि वह इजराइल को सैन्य सहायता न दे। उन्होंने कहा था कि इससे पूरी स्थिति नाटकीय रूप से अस्थिर हो जाएगी। ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद रूस के साथ अमेरिका के संबंध सुधरने की बात की जा रही थी लेकिन इजराइल-ईरान में जारी टकराव से चीजें तेजी से बदलती दिखाई दे रही हैं।
पुतिन और जिनपिंग में बात
इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शी जिनपिंग से टेलीफोन पर बातचीत की है। रूसी राष्ट्रपति सहायक यूरी उशाकोव की ओर से यह जानकारी दी गई है। दोनों नेताओं ने ईरान पर इजराइल के ताजा हमलों का विरोध किया है। उशाकोव ने कहा कि रूस और चीन की सोच समान है और दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन करने वाली इजराइल की कार्रवाइयों की कड़ी निंदा की है। इसके साथ ही उशाकोव ने यह भी जोड़ा कि मध्य पूर्व में स्थिति का समाधान बल प्रयोग से नहीं किया जा सकता, इस पर मॉस्को और बीजिंग दोनों सहमत हैं।
क्या तीसरे विश्वयुद्ध की ओर दुनिया
इजराइल और ईरान से पहले ही कई देशों में युद्ध चल रहा है। भारत और पाकिस्तान भी युद्ध की कगार तक पहुंचकर वापस आ चुके हैं, लेकिन कभी भी युद्धक्षेत्र में खड़े हो सकते हैं। इजराइल और ईरान के बीच विवाद ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को लेकर है। अमेरिका और इजरायल नहीं चाहते कि ईरान परमाणु हथियार बनाए। इजराइल ने ईरान के परमाणु ठिकानों को टारगेट करते हुए हमला किया। अमेरिका को अच्छे से मालूम है कि अगर वह युद्ध में कूदा तो कई देश आपस में टकराएंगे और विश्व स्तर पर युद़्ध के बाद मंडरा सकते हैं। ईरान को खत्म करने की इजराइल की कसम और मध्य पूर्व को कंट्रोल करने की अमेरिका की मंशा तीसरे विश्व युद्ध का कारण बन सकती है। Edited by : Sudhir Sharma