इन प्रक्रियाओं के जरिए चुना जाता है ISI चीफ
ISI का मुखिया पाकिस्तान की सेना में एक महत्वपूर्ण पद होता है। इसके चयन की प्रक्रिया मुख्य रूप से सेना के उच्च स्तर पर होती है:
आर्मी चीफ चुनता है उम्मीदवार: ISI चीफ का चयन पाकिस्तान की सेना के प्रमुख (चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ) द्वारा किया जाता है। सबसे पहले आर्मी चीफ की ओर से इस पद के लिए योग्य उम्मीदवारों की एक लिस्ट तैयार की जाती है।
कैसे होता है कैंडिडेट्स का चयन: ISI चीफ के ओहदे के लिए आमतौर पर तीन-चार वरिष्ठ सेना अधिकारी (जो कम से कम लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के हों) उम्मीदवार होते हैं। ये उम्मीदवार सैन्य खुफिया, सुरक्षा मामलों और रणनीतिक विश्लेषण में विशेष अनुभव और योग्यता रखते हैं।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की स्वीकृति: यूं तो ISI चीफ का चयन आर्मी चीफ द्वारा किया जाता है, लेकिन उम्मेदवार के नाम पर मुहर लगने से पहले मंजूरी के लिए इसे प्रधानमंत्री के पास भेजा जाता है।
कार्यकाल की अवधि: आमतौर पर ISI चीफ के कार्यकाल की अवधि 3 साल की होती है, लेकिन इसे बढ़ाया भी जा सकता है। यह पूरी तरह से तत्कालीन सरकार और आर्मी चीफ पर निर्भर करता है।