ईसाई और यजीदी महिलाओं की कीमत 600 रुपए

सोमवार, 6 अक्टूबर 2014 (15:49 IST)
बगदाद। इस्लामिक स्टेट (आईएस) के सुन्नी आतंकियों ने ईराक में अब एक 'स्लेव मार्केट' यानी गुलामों का बाजार बनाया है जहां यजीदी व ईसाई समुदाय की बंधक महिलाओं व बच्चों को बेचा जा रहा है। यह दावा किया है संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने।

पहले ईसाई और यजीदी पुरुषों को बर्बर तरीके से मौत के घाट उतारा और फिर उनकी महिलाओं और बच्चों को बंधक बनाकर उनके साथ बलात्कार करने के बाद अब उनको बेचा जा रहा है। सीरिया और इराक से जान बचाकर भागे लाखों यजीदी कुर्द सीमा पर अभी भी शरणार्थी बनकर संघर्षपूर्ण जीवन जी रहे हैं।

अगले पन्ने पर क्यों बेचा जा रहा हैं महिलाओं को...

ईसाइयों और यजीदियों की महिलाओं और बच्चियों से न सिर्फ यौन दुर्व्यवहार किया जाता है बल्कि इन्हें बेड़ियों में जकड़कर खंदकों में भेड़ बकरियों को तरह रखा जाता है। अब आई.एस. जिहादी संगठन इन्हें आतंकियों को करीब 600 रुपए में बेचा जा रहा है।

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस्लामिक स्टेट ने यह बाजार संगठन में नई भर्तियों के लिए युवकों को लुभाने के लिए किया है।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘आई.एस. ने कम से कम 2,500 महिलाएं व बच्चों को बंधक बनाया हुआ है। इन्हें 10 डॉलर यनी लगभग 615 रुपए में बेचा जा रहा है। इराक में इस तरह का बाजार मोसुल से लगे अल कुद्दस और सीरिया के रक्का में खोला गया है।

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